MP Tehsildar and Naib Tehsildar on Leave: मध्य प्रदेश के राजस्व मंत्री (Revenue Minister) करण सिंह वर्मा (Karan Singh Verma) के एक बयान ने घमासान मचा दिया है. उनके द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी के विरोध में पूरे मध्य प्रदेश के तहसीलदार (Tehsildar) और नायब तहसीलदार (Naib Tehsildar) विरोध (Protest) में उतर गए हैं. राजधानी भोपाल (Bhopal) के भी सभी तहसीलदार और नायब तहसीलदार 3 दिन के लिए अवकाश पर चले गए. तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने भोपाल कलेक्टर (Bhopal Collector) कौशलेंद्र विक्रम सिंह को ज्ञापन भी सौंपा है. राजस्व से जुड़े हुए तमाम प्रकरणों का कामकाज तहसील कार्यालय में हो रहे हैं, वहीं बड़ी संख्या में प्रकरण लंबित भी हैं. प्रदेश की सभी तहसील कार्यालय में काम बंद है. सरकारी वाट्सएप ग्रुपों से भी तहसीलदार और नायब तहसीलदार लेफ्ट हो गए.
तहसीलदारों ने ज्ञापन में क्या कहा?
कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि 10 जनवरी को मध्य प्रदेश के राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने एक महिला तहसीलदार पर टिप्पणी की थी. इससे सभी तहसीलदारों में आक्रोश है. इस टिप्पणी के विरोध में सोमवार को तहसीलदार सामूहिक अवकाश पर चले गए. भोपाल में भी इसका असर देखने को मिला. मध्य प्रदेश राजस्व अधिकारी (कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा) संघ के नेतृत्व में उन्होंने 13 से 15 जनवरी तक अवकाश पर रहने की बात कही गई है.
क्या है मामला?
राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने 10 जनवरी को सीहोर में एक महिला नायब तहसीलदार को सार्वजनिक मंच पर अपमानित करते हुए जिले से भगा देने की चेतावनी दी थी. इसी बयान के विरोध में प्रदेश के करीब 272 से अधिक तहसीलदार और 838 नायब तहसीलदार 15 जनवरी तक सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं. इस दौरान नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा, और अन्य प्रशासनिक कार्य प्रभावित होने की आशंका है.