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22 Feb 2025, Sat

शिवराज सिंह चौहान को फ्लाइट में टूटी हुई सीट पर करनी पड़ी यात्रा, मंत्री बोले- नहीं सुधरी Air India

Air India Shivraj Row: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की शिकायत के बाद विमानन कंपनी एअर इंडिया ने केंद्रीय मंत्री से माफी मांगी है। क्या है पूरा मामला आइए जानते हैं।

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की शिकायत के बाद विमानन कंपनी एअर इंडिया ने माफी मांगी है। केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया पर विमानन कंपनी के खिलाफ असंतोष जाहिर किया था। दरअसल, शिवराज ने विमान यात्रा के दौरान एअर इंडिया पर टूटी हुई सीट आवंटित करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद विमानन कंपनी को केंद्रीय मंत्री से माफी मांगनी पड़ी

केंद्रीय मंत्री की शिकायत का विमानन कंपनी ने दिया यह जवाब

एअर इंडिया ने केंद्रीय मंत्री की शिकायत के जवाब में कहा, “आपको हुई असुविधा के लिए हमें खेद है। कृपया निश्चिंत रहें कि हम भविष्य में ऐसी किसी भी दुर्घटना को रोकने के लिए इस मामले को ध्यान से देख रहे हैं।”

केंद्रीय मंत्री को एयर इंडिया के विमान में किस तकलीफ का करना पड़ा सामना

इससे पहले केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा, “आज मुझे भोपाल से दिल्ली आना था, पूसा में किसान मेले का उद्घाटन, कुरुक्षेत्र में प्राकृतिक खेती मिशन की बैठक और चंडीगढ़ में किसान संगठन के माननीय प्रतिनिधियों से चर्चा करनी है। मैंने एयर इंडिया की फ्लाइट क्रमांक AI436 में टिकिट करवाया था, मुझे सीट क्रमांक 8C आवंटित हुई। मैं जाकर सीट पर बैठा, सीट टूटी और अंदर धंसी हुई थी। बैठना तकलीफदायक था।”

विमानकर्मियों ने मंत्री को बताया- प्रबंधन को टूटी सीट के बारे में दी गई थी सूचना

केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि जब मैंने विमानकर्मियों से पूछा कि खराब सीट थी तो आवंटित क्यों की? उन्होंने जवाब दिया प्रबंधन को पहले सूचित कर दिया था कि ये सीट ठीक नहीं है, इसका टिकट नहीं बेचना चाहिए। ऐसी एक नहीं और भी सीटें हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सहयात्रियों ने मुझे बहुत आग्रह किया कि मैं उनसे सीट बदल कर अच्छी सीट पर बैठ जाऊं लेकिन मैं अपने लिए किसी और मित्र को तकलीफ क्यों दूं, मैंने फैसला किया कि मैं इसी सीट पर बैठकर अपनी यात्रा पूरी करूंगा।

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और क्या बोले?

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “मेरी धारणा थी कि टाटा प्रबंधन के हाथ में लेने के बाद एयर इंडिया की सेवा बेहतर हुई होगी, लेकिन ये मेरा भ्रम निकला। मुझे बैठने में कष्ट की चिंता नहीं है लेकिन यात्रियों से पूरा पैसा वसूलने के बाद उन्हें खराब और कष्टदायक सीट पर बैठाना अनैतिक है। क्या ये यात्रियों के साथ धोखा नहीं है? क्या आगे किसी यात्री को ऐसा कष्ट न हो, इसके लिए एयर इंडिया प्रबंधन कदम उठाएगा या यात्रियों की जल्दी पहुंचने की मजबूरी का फायदा उठाता रहेगा।”

By archana

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