प्रयागराज में 12 साल बाद लगे पूर्ण कुंभ के हर्षोल्लास के बीच जूना अखाड़े के संत ने आत्महत्या कर ली। हरिद्वार के कनखल थाना क्षेत्र स्थित शांति भवन में रहने वाले जूना अखाड़े के इन संत का शव रविवार को पुलिस ने बरामद किया। कनखल थाने के थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को हरिद्वार स्थित शांति भवन के अपार्टमेंट से घटना की सूचना मिली।
बाहरी गेट को काटकर बरामद किया गया शव
अधिकारी ने बताया, “करीब 70 साल के संत सुरेशानंद का शव हरिद्वार स्थित शांति भवन के अपार्टमेंट में फंदे से लटका मिला। वो पिछले 5-6 महीने से फ्लैट में किराए पर रह रहे थे।” अधिकारी ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और बाहरी गेट को काटकर शव को बरामद किया और पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।
अधिकारी ने बताया, “जब हम मौके पर पहुंचे तो गेट अंदर से बंद था। फायर सर्विस टीम और फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम को बुलाया गया। दरवाजा खोलने पर हमें एक बाबा मिला, जो लगभग 70 साल के थे और वे पंखे से लटके हुए थे।”
मौके पर मौजूद FSL टीम ने सबूत एकत्र किए। पुलिस ने बताया, “प्रथम दृष्टया ये आत्महत्या का मामला लग रहा है। वो जूना अखाड़े के सदस्य थे। पूरे मामले की जांच की जा रही है।” मामले पर आगे की जानकारी का इंतजार है।
प्रयागराज में लगा है संपूर्ण महाकुंभ
मालूम हो कि इस साल प्रयागराज में संपूर्ण महाकुंभ लगा है। आज से भी महाकुंभ का आगाज हुआ है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में डुबकी लगा रहे हैं। प्रयागराज के घाटों पर भारी भीड़ है और श्रद्धालुओं में उत्साह देखा जा रहा है। महाकुंभ जो आज से शुरू हुआ है वो 26 फरवरी तक चल चलेगा। यह महाकुंभ 144 सालों बाद आया है और बेहद खास माना जा रहा है। महाकुंभ का पहला शाही स्नान 14 जनवरी यानी मकर संक्रांति के दिन किया जाएगा।