उरई । जिला पोषण समिति/कन्वर्जेन्स विभाग की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार उरई में आहूत हुयी। जिलाधिकारी द्वारा बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के कार्यांे/योजनाओं यथा-आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा पोषण ट्रैकर पर फीडिंग, एन0आर0सी0 में बच्चों का संदर्भन, आंगनबाड़ी केन्द्र भवन निर्माण, आंगनबाड़ी कार्यकत्री भर्ती, हाॅटकुक्ड मील योजना का संचालन, तीव्र अतिकुपोषित (सैम) बच्चों को दुधारु गाय उपलब्ध कराने के विषय पर विस्तृत समीक्षा की गयी।
समीक्षा के दौरान विकास खण्ड कुठौन्द, कदौरा, माधौगढ़ व डकोर की गृह भ्रमण की फीडिंग सबसे कम पायी गयी। सम्बन्धित बाल विकास परियोजना अधिकारियों को चेतावनी निर्गत की गयी तथा सचेत किया गया कि भविष्य में 95 प्रतिशत से कम फीडिंग न हो अन्यथा कठोर कार्यवाही की जायेगी। सभी सीडीपीओ को निर्देशित किया गया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों की उपस्थिति बढ़ाई जाये तथा सभी बच्चों को नियमित हाॅटकुक्ड मील के अन्तर्गत गर्म पका-पकाया भोजन खिलाया जाये। माह जनवरी 2025 में 16 नये तीव्र कुपोषित बच्चों के परिजनों को दुधारु गाय गोद दिलायी गयी तथा कुल 274 दुधारु गाय गोद दिलाई जा चुकी है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि मुख्यमंत्री गौवंश सुपुर्दगी योजना के अन्तर्गत जिन लाभार्थियों को दुधारु गाय गोद दिलाई गयी है, उन्हें 1500 रुपये प्रतिमाह दिलाने हेतु नियमानुसार कार्यवाही की जाये। आॅगनवाडी कार्यकत्री भर्ती में शासनादेश का पूर्णता पालन किया जाये। पोषण पुनर्वास केन्द्र (एन0आर0सी0) में माह जनवरी 2025 में 25 बच्चे भर्ती कराये गये है। निर्देशित किया गया कि सभी परियोजनाओं से सैम श्रेणी के बच्चों को एन0आर0सी0 में पुनर्वासित कराया जाये। निरीक्षण के दौरान एन0आर0सी0 में बच्चे भर्ती नहीं पाये गये तो सम्बन्धित के विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पंचायती राज अधिकारी, जिला पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी व समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं मुख्य सेविकायें उपस्थित रहे।