अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण स्कूल के प्रभारी सीईओ और मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा ने इस्तीफा दे दिया है। शर्मा ने 31 दिसम्बर तक का नोटिस मुख्यमंत्री सचिवालय को भेजा है। शर्मा के इस्तीफे के बाद अब इस संस्थान के उपाध्यक्ष और नए सीईओ का पद भरा जाएगा। पिछले साल संस्थान के उपाध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त प्रो. सचिन चतुर्वेदी ने इस्तीफा दे दिया था। तब से इस पद पर किसी को जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई है।
सुशासन स्कूल के प्रभारी सीईओ को राज्य शासन ने सीएम के ओएसडी के साथ सुशासन स्कूल में अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी की जिम्मेदारी सौंप रखी थी। इसके बाद फरवरी 2024 में आईएएस अफसर स्वतंत्र कुमार सिंह को हटाए जाने के बाद से यहां सीईओ की पोस्टिंग नहीं हुई तो शर्मा के पास सीईओ का भी अतिरिक्त प्रभार था।
शर्मा ने कहा कि वे पिछले तीन माह से यहां की सेवा से मुक्त होना चाह रहे थे। इसकी वजह पारिवारिक है। परिवार के सदस्य दिल्ली में रहते हैं। इसकी सहमति मिलने के बाद अब इस्तीफा दे दिया है और 31 दिसम्बर तक नोटिस पीरियड की सेवाएं देंगे। शर्मा ने अपने कार्यकाल में विवादों को लेकर कहा कि कभी किसी तरह का विवाद नहीं रहा है। सरकार की मंशा के मुताबिक काम करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस्तीफे की वजह निजी है, भले ही उसे कोई अन्य रूप में बताया जाए।
चतुर्वेदी के इस्तीफे के दौरान विवाद की थी चर्चा
पिछले साल शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री पद से हटने के फैसले के पहले अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन और नीति विश्लेषण स्कूल के उपाध्यक्ष पद से प्रो. सचिव चतुर्वेदी ने इस्तीफा दिया था। तब यह बात चर्चा में थी कि लोकेश शर्मा से विवाद के चलते सचिन चतुर्वेदी ने इस्तीफा दिया है। हालांकि चतुर्वेदी ने इसे अपना व्यक्तिगत फैसला बताया था। चतुर्वेदी के इस्तीफे के बाद उपाध्यक्ष का पद रिक्त है।