बजरंग सेवादल संगठन के राष्ट्रीय महासचिव और संचालक रत्नेश उपाध्याय जी ने कहा कि बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर हिंसा पूर्ण रूप से निंदनीय है बजरंग सेवादल संगठन व समाज में व्याप्त अन्य धार्मिक संगठन इसका कठोर निंदा करते हैं रत्नेश उपाध्याय जी ने कहा कि भारत सरकार से यही कहना चाहते हैं बांग्लादेशी हिंदुओं के प्रति दयावान बने और उनके सहायता हेतु कोई कदम उठाए उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से पाकिस्तान के हिंदुओं का मदद किया गया इस प्रकार से बांग्लादेशी हिंदुओं का भी सहयोग किया जाए साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेशी हिंसा को देखते हुए देश के सदस्य हिंदुओं को एकजुट होना चाहिए और आपस में एकता कायम रखना चाहिए जिससे जो आज बांग्लादेश के हिंदुओं पर मुसीबत आई है वह भारत में ना हो अगर एक नहीं हुए तो यही समस्या का सामना सदैव करना पड़ेगा उन्होंने यहां तक कहा कि भारत सरकार को बांग्लादेश के साथ निर्यात किए जाने वाली वस्तुओं पर रोक लगाना चाहिए रत्नेश उपाध्याय जी का यह भी कहना है कि अगर बांग्लादेश में हिंदू सुरक्षित नहीं है तो यह गलती है हम हिंदुओं की है और यह बांग्लादेश की समस्या नहीं है बल्कि भारत देश में भी हिंदुओं के साथ हो रहा है जिसका परिणाम स्वरुप देखा जाए तो कश्मीर केरल कर्नाटक बंगाल आदि राज्यों में भी यही समस्या उत्पन्न होती रही है हमारे हिंदू होने का अधिकार हमसे छीना जाता रहा है कहीं हमारे धार्मिक कार्यों को टारगेट किया जाता है तो कहीं हमारे घर की बहन बेटियों पर गलत मानसिकता का उपयोग किया जाता है समस्त हिंदू समाज को यही चाहिए कि अपनी सुरक्षा को लेकर जाति के मतभेदों से दूर होते हुए एकजुटता दिखानी चाहिए समाज केवल जाति विशेष का बंधन नहीं है उसमें एकता और समानता का भी समावेश होना चाहिए जिससे वी
बिखरे हुए अपने एक हो और सब का शब्द संबोधन होना चाहिए कि हम हिंदू और हममे भी एकता है जिसका प्रदर्शन जरूरत पड़ने पर हम कर सकते हैं बजरंग सेवादल संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक श्री जगदंबा प्रसाद मिश्रा जी का कहना है कि हिंदू समाज में हिंदुत्व के प्रति सद्भावना पर होनी चाहिए हिंदू समाज ऐसा होना चाहिए इसमें संगठन और आत्मीयता का संगम हो जाति सूचक शब्द का अर्थ केवल हिंदुत्व और हिंदू होना चाहिए वहीं बजरंग सेवादल संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश पाण्डेय जी का कहना है कि अगर भारत सरकार बांग्लादेश के हिंदुओं के प्रति अपनी निष्ठा और सजगता नहीं रखती है और उनका सहयोग नहीं करती है तो बजरंग सेवादल संगठन अपने समस्त भाई बंधुओं के साथ जन आंदोलन करते हुए इसका प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगी