इंदौर के जिला कोर्ट से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। पुलिस आरोपी को इंदौर कोर्ट लेकर पहुंची, जिसकी भनक पीड़िता को लग गई। पीड़िता कोर्ट परिसर में पहुंचकर पुलिसकर्मियों के बीच ही आरोपी को पीटने लगी।
मध्य प्रदेश के इंदौर के जिला कोर्ट से शनिवार को एक हैरान करने वाला मामला सामने आया। दरअसल, इंदौर के सिमरोल में कुछ दिन पहले बीजेपी नेत्री से दुष्कर्म के आरोप में सरपंच के पति के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। आरोपी भी बीजेपी सदस्य है। शनिवार को सिमरोल पुलिस आरोपी लेखराज डाबी को इंदौर कोर्ट लेकर पहुंची। पीड़िता को इस बात की भनक लग गई और वो भी इंदौर जिला कोर्ट पहुंच गई। पीड़िता ने कोर्ट परिसर में पुलिसकर्मियों के बीच ही आरोपी की पिटाई कर दी।
पीड़िता ने पुलिस वाले के बीच ही आरोपी का कॉलर पकड़ लिया और अपना गुस्सा जाहिर करते हुए पूछा, “मेरा जीवन क्यों बर्बाद किया?” इस घटना ने सभी को चौंका दिया, खासकर जब पुलिस आरोपी को वीआईपी (VIP) ट्रीटमेंट देते हुए दिखी। उसे पुलिस की गाड़ी के बजाय स्पेशल कार से लाया गया था।
राजनीतिक दबाव का आरोप
पीड़िता ने अपने बयान में यह भी दावा किया कि थाना प्रभारी का फोन चालू था और वह किसी से कह रहा था, “सेटिंग हो गई, आरोपी को ले आओ।” इसके बाद आरोपी की कोर्ट में पेशी हुई। पीड़िता ने राजनीतिक दबाव का आरोप लगाया और कहा कि यह दबाव ही था, जिसके कारण सरपंच के पति की गिरफ्तारी में इतनी देरी हुई। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी को पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक का संरक्षण प्राप्त है।
आरोपी पर बीजेपी का एक्शन
दुष्कर्म मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज होने के बाद सरपंच के पति लेखराज डाबी के खिलाफ बीजेपी ने एक्शन लिया। आरोपी को बीजेपी ने 6 साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया। साथ उसे गिरफ्तार किया गया था। पीड़िता ने यह आरोप लगाया है कि दुष्कर्म के बाद उसने गर्भपात (अबॉर्शन) कराया। वहीं, सरपंच के पति पर और भी महिलाओं के साथ संबंध बनाने के आरोप हैं।