Breaking
16 Oct 2024, Wed

राहुल गाँधी की नसीहत :ओवर कॉन्फिडेंस में न रहना; हरियाणा हाथ जला चुकी कांग्रेस महाराष्ट्र में अलर्ट

Maharashtra Jharkhand Assembly Election: कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने महाराष्ट्र के पार्टी नेताओं के साथ में मीटिंग की। इसमें लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने राज्य के नेताओं से कहा कि उनको ओवर कॉन्फिडेंस से बचना चाहिए। साथ ही यह भी कहा कि राज्य के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए साथ में मिलकर काम करें। हरियाणा में अपनी किस्मत आजमाने के बाद में कांग्रेस नेतृत्व चाहता है कि राज्य की पार्टी ईकाई हर कदम पर अलर्ट रहे।

Advertisements

महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम के ऐलान के साथ ही चुनावी जंग का आगाज हो जाएगा। यह इंडिया अलायंस के गुटों के लिए दोहरी परीक्षा भी होगी। हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद इस तरह की स्थिति पैदा हो रही है। लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत से दूर रखने में कामयाब होने के बाद कांग्रेस ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में काफी भरोसे के साथ में कदम रखा था। हालांकि, नतीजे बिल्कुल ही उसके उलट निकले थे। महाराष्ट्र और झारखंड में विपक्ष और कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है।

एमवीए ने लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया

महाराष्ट्र में एमवीए अलायंस ने लोकसभा चुनाव में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। महाराष्ट्र में अपने बेहतर प्रदर्शन के बाद कांग्रेस ज्यादा सीटों पर नजर गड़ाए हुए है। एनसीपी-एससीपी और शिवसेना यूबीटी भी कुछ मुश्किल सौदेबाजी करने के लिए कमर कस रहे हैं। हरियाणा के जनादेश और जम्मू के रिजल्ट ने एक तरह से कांग्रेस को कुछ हद तो कम कर दिया है। लोकसभा इलेक्शन में महाराष्ट्र में कांग्रेस ने 30 सीटों में से 13 सीटों पर बाजी मारी थी।

उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने 9 सीटें तो शरद पवार की एनसीपी ने 8 सीटों पर बाजी मारी थी। सबसे बड़ी उलझन सीएम फेस को लेकर भी है। शिवसेना यूबीटी चाहती है कि उद्धव ठाकरे को ही सीएम पद का उम्मीदवार बनाया जाए। वहीं कांग्रेस पार्टी इस पर सहमत नजर नहीं आ रही है। लोकसभा इलेक्शन में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी कांग्रेस सबसे बड़े पद पर आसीन होने को लेकर काफी उत्साहित है।

महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी की अच्छी पैठ- कांग्रेस नेता

कांग्रेस नेताओं का कहना है कि महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस ऐसी पार्टी है जिसकी पूरे महाराष्ट्र में अच्छी पैठ है और इसी वजह से उसको सबसे ज्यादा सीटों पर इलेक्शन लड़ना चाहिए। कांग्रेस ने 17 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ा था और उसमें से 13 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब हो गई थी। शिवसेना यूबीटी ने 21 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 9 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं शरद पवार की एनसीपी ने 10 में से 8 सीटों पर जीत दर्ज की।

महाराष्ट्र के नेताओं के साथ कांग्रेस नेतृत्व की सोमवार को हुई मीटिंग में यह बात सामने आई कि गठबंधन को सीएम का उम्मीदवार घोषित करने की अभी कोई जरूरत नहीं है। कांग्रेस कुल 288 में से 110-115 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, जबकि 90-95 सीटें शिवसेना यूबीटी और 80-85 सीटें शरद पवार की एनसीपी के लिए छोड़ी गई हैं। सबसे बड़ी चुनौती एक साथ चुनौती अभियान चलाने की होगी।

By archana

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *