सुनील त्रिपाठी
महाकुम्भ।बसंत पंचमी स्नान पर्व के दृष्टिगत देर रात मेला क्षेत्र का भ्रमण करते हुए पुलिस आयुक्त प्रयागराज एवं मंडलायुक्त प्रयागराज सेक्टर-4 स्थित कंप्यूटरीकृत डिजिटल खोया-पाया केंद्र पहुंचे*, जहां उन्होंने अपनों से बिछड़े श्रद्धालुओं से संवाद किया।
इस दौरान पुलिस आयुक्त द्वारा देखा गया कि श्रद्धालु भाषा की बाधा के कारण किसी से संवाद नहीं कर पा रहे थे, जिससे वे अपने परिवार से संपर्क करने में असमर्थ थे।
इसी बीच पुलिस आयुक्त की नजर एक बुजुर्ग बंगाली महिला पर पड़ी, जो कई दिनों से अपने परिजनों की प्रतीक्षा कर रही थी। भाषा की समस्या के कारण वह अपनी जानकारी किसी को नहीं समझा पा रही थी। स्थिति को समझते हुए पुलिस आयुक्त प्रयागराज द्वारा तत्काल अपने फोन से बंगाल के एक व्यक्ति से संपर्क किया गया, जिसने महिला से बातचीत कर उसके परिवार का पता लगाया। कुछ ही देर में उसके परिजनों से संपर्क हो गया, और पुलिस आयुक्त के फोन से ही महिला की परिजनों से वार्ता कराई गई। परिजन महिला को वापस ले जाने के लिए प्रयागराज आ रहे हैं।
पुलिस आयुक्त प्रयागराज द्वारा मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि ऐसे सभी श्रद्धालुओं को चिन्हित किया जाए और AI अथवा अन्य तकनीकों की मदद से उनकी भाषा को समझकर उनके परिजनों से जल्द से जल्द मिलवाने की प्रक्रिया तेज की जाए। इस कार्य के लिए एक समर्पित टीम को निर्देशित किया गया है ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को शीघ्र उनके परिजनों से मिलाया जा सके।
तकनीक और संवेदनशीलता के संगम से सेवा का संकल्प!