उरई जालौन । पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग लेकर बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों द्वारा बुंदेलखंड विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजा बुंदेला के नेतृत्व में बुंदेलखंड गांव गांव पाँव पाँव यात्रा का माँ रक्तदान्तिका मंदिर सैदनगर कोटरा 26 दिसम्बर गुरुवार को हुआ भव्य शुभारम्भ था। यात्रा के दूसरे पदयात्रा ऐट नगर पहुंची जहां ऐट मंडी से से होते हुए पदयात्रा महारानी बाई इंटर कालेज पहुंची में महारानी बाई की मूर्ति का अनावरण किया । यात्रा के दौरान पदयात्रियों पर ऐट नगर वासियों और व्यापारियों ने पुष्प वर्षा करी । नगर में मिले भारी जन समर्थन पर राजा बुंदेला ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “100 बीमारियों का एक इलाज पृथक बुन्देलखण्ड राज्य” यात्रा धगुआ, बैरागढ़ में शक्ति पीठ के दर्शन के उपरांत, सिमिरिया, पनयारा, चमरसैना पहुंची , सभी गांवों के ग्राम प्रधानों ने लिखित तौर पर “पृथक बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण” के लिए समर्थन पत्र दिया । शिक्षक नेता अशोक राठौर, सत्येंद्र पाल सिंह (अध्यक्ष बुन्देलखण्ड क्रांति दल), रामकुमार जादौन, ,यात्रा संयोजक डॉक्टर आश्रय सिंह, शिवम् चौहान सोनू (अध्यक्ष बुन्देली सेना जालौन) , सुरेन्द्र पाल सिंह , प्रताप सिंह बुंदेला , पवनदीप निषाद( प्रधान व्यास पीठ कीरतपुर), डॉ उमा शंकर सोनी जी ,सौरभ कुशवाहा आदि सभी आगंतुक बंधुओं ने बुंदेलखंड राज्य गठन के लिए अपने अपने विचार व्यक्त किए सभी ने एक सुर में पृथक बुंदेलखंड राज्य गठन हेतु इस यात्रा में अपना अमूल्य जनसमर्थन देने की जालौन जनपद की जनता से अपील की
राजा बुंदेला इस पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं।
राजा बुंदेला ने ग्रामीण जन व नगर के गणमान्य जनो को बुंदेलखंड राज्य की मांग का औचित्य समझाते हुए कहा कि यह उनके भविष्य की लड़ाई है।
मार्ग में अन्य जगह पर व्यापारियों व विभिन्न संगठनों ने इसका स्वागत किया।
यहां आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि बुंदेलखंड राज्य अवश्य बनेगा।
बुंदेलखंड राज्य बना तो तरक्की के नए मापदंड तय करेगा।
अब उप्र का विभाजन होना ही चाहिए और जल्द बुंदेलखंड, पूर्वांचल, हरित प्रदेश राज्य का निर्माण हो।दो राज्यों में विभाजन के बाद भी बुंदेलखंड का गौरव कम नहीं हुआ है। बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चा पृथक बुंदेलखंड के लिए गाँव गाँव काम कर रही है और यह यात्रा उसके उद्देश्यों से जुड़ी है। बुंदेलखंड हर बुंदेलखंडी की मांग है। इस पदयात्रा के माध्यम से सरकार भी यह बात समझेगी। अलग राज्य बनने पर बुँदेलखण्ड भारत का मुकुट बनेगा।
इस अवसर पर राजा बुंदेला ने कहा कि बुंदेलखंड की लड़ाई को जनमानस तक ले जाने के लिए यह पदयात्रा आयोजित की गई है।उन्होंने कहा कि भाजपा छोटे राज्यों की समर्थक है।हमें आशा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नया बुंदेलखंड 2027 तक आकार लेगा और जल्द बुंदेलखंड की घोषणा होगी। लेकिन हमें सरकार तक बुंदेलखंड की बात पहुँचाना है और यह भी कि बुंदेलखंड राज्य बुँदेलियों की प्राथमिकता है। उन्होंने विभिन्न संगठनों का एक मंच पर आने का स्वागत किया और कहा इससे आंदोलन को बल मिलेगा। उन्होंने अन्य संगठनों से भी पदयात्रा से जुड़ने का आह्वान किया।संचालन डॉक्टर आश्रय सिंह ने किया।
यात्रा में ग्रामीणों ने भारी संख्या में समर्थन दिया और साथ ही साथ ग्राम प्रधानों ने प्रथक बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण हेतु राजा बुंदेला को समर्थन पत्र सौंपा। इसके उपरांत यात्रा ग्राम चमरसेना पहुंची, जहां मा राजा बुंदेला जी ने मिलने वाला जन समर्थन के प्रति सभी ने आभार व्यक्त किया ।
इस अवसर पर राजा बुंदेला जी के साथ , डा.आश्रय सिंह (यात्रा संयोजक ), शिवम चौहान सोनू( अध्यक्ष बुन्देली सेना) , प्रताप बुंदेला (किसान नेता ), सुरेंद्र पाल सिंह, पुष्पेंद्र सिंह चौहान, मानवेन्द्र सिंह सोनू, पवन द्वीप निषाद, रामबीर सिंह, आर्यन सिंह तेजभान बुंदेला, सत्यम राठौर , शिवम् सिंह चौहान बुन्देली सेना, सोनू सिंह हिम्मतपुर, पवनदीप निषाद प्रधान कीरतपुर, शिवम निरंजन, अमन सोनी, प्रताप बुन्देला, शिव प्रताप सिंह ( प्रधान विरासनी) , परमेंद्र तोमर
नईम मंसूरी
देवेंद्र कुमार
दुर्गा प्रसाद
राम प्रसाद
अखलेश कुमार
उमाशंकर
शीलू गोतम
लखन गुप्ता
शिव कुमार
सुभाष यादव
रवि दुवेदी
सत्यम राठौर आदि मौजूद रहे।