प्रयागराज: महाकुंभ नगर में एक बार फिर शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगने की घटना सामने आई, लेकिन फायर ब्रिगेड की तत्परता और योगी सरकार की तैयारियों के चलते बड़ा हादसा होने से बच गया। आग महाकुंभ के ओल्ड जीटी रोड स्थित स्वामी हरिहरानंद और सुखदेवानंद के शिविरों में लगी। जानकारी मिलते ही महाकुंभ फायर ब्रिगेड की 12 गाड़ियां मौके पर पहुंची और त्वरित कार्रवाई करके आग पर काबू पा लिया गया।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि आग इस्कॉन क्षेत्र में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी, जिससे 20 से 22 टेंट जल गए। हालांकि, इस हादसे में कोई जान का नुकसान नहीं हुआ। दमकलकर्मियों की तत्परता से आग को फैलने से रोक लिया गया। घटना की सूचना मिलने पर उत्तरी झूसी के जोनल पुलिस अधिकारी, एडिशनल एसपी सर्वेश कुमार मिश्रा, स्थानीय पुलिस और मेला मजिस्ट्रेट भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। आग के कारणों की जांच जारी है और प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे हर स्थिति में सतर्क रहें और आपातकालीन स्थिति में अधिकारियों से संपर्क करें।
इस साल महाकुंभ मेले में आग लगने की घटनाओं से निपटने के लिए योगी सरकार ने व्यापक इंतजाम किए हैं। मेला क्षेत्र में 50 फायर स्टेशन और 20 फायर पोस्ट बनाए गए हैं। इसके अलावा, 4,300 फायर हाइड्रेंट भी तैनात किए गए हैं। महाकुंभ को अग्नि दुर्घटना रहित बनाने के लिए कुल 131.48 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, जिसमें फायर फाइटिंग उपकरण, वाहन और 2,000 से अधिक प्रशिक्षित कर्मी शामिल हैं। सभी अखाड़ों के टेंट्स को भी अग्नि सुरक्षा उपकरणों से लैस किया गया है। मेला क्षेत्र में सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ मॉक ड्रिल का भी आयोजन किया गया था, जो इस हादसे को टालने में सहायक साबित हुआ।