उरई । प्रदेश की सबसे हाईटेक गौशाला जालौन में बनाई गई है, नए वर्ष के अवसर पर जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने अधिकारियों के साथ कालपी तहसील क्षेत्र के ग्राम चमारी गौशाला में जाकर गोवंशों के साथ नव वर्ष मनाया, इस दौरान उन्होंने गोवंशों को दुलार भी किया, साथ ही उनके बेहतर देखभाल के लिए गौशाला में मौजूद कर्मचारियों को निर्देश दिए, वही उन्होंने गौवंश को गुड़ चना भी खिलाया, इस दौरान भीषण शीत लहर को देखते हुए उन्होंने गोवंशों के लिए त्रिपाल, अलाव जलवाने तथा काऊ कोट की समुचित व्यवस्था को देखा।
जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नेहा ब्याडबाल और कालपी उपजिलाधिकारी सुशील कुमार के साथ चमारी गौशाला का निरीक्षण किया, गौशाला में रह रहे गोवंशों की स्थिति, उनके रखरखाव, और ठंड से बचाव के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। गौशाला पहुंचते ही जिलाधिकारी ने गौवंश को दुलार करते हुए अपने हाथों से गुड़, चना खिलाया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने संबधित अधिकारियों और कर्मचारियों को सर्दी के मौसम में गोवंशों की सुरक्षा और देखभाल के लिए विशेष निर्देश दिए। उन्होंने गौशाला में चारे, पानी, साफ-सफाई की स्थिति का बारीकी से निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा कि ठंड से बचाव के लिए गौशाला में पर्याप्त मात्रा में गर्म बिछावन की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि ठंड से गोवंशों को बचाने के लिए गौशाला में पुआल, तिरपाल, और अन्य सामग्री का इस्तेमाल किया जाए। इसके अलावा, उन्होंने गौशाला परिसर में रात के समय अलाव जलाने की भी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि गौशाला में बीमार और कमजोर गोवंशों के लिए अलग से विशेष देखभाल की व्यवस्था की जाए। इसके लिए पशु चिकित्सकों की टीम को नियमित रूप से गौशाला का दौरा करने और बीमार गोवंशों का इलाज कराया जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में गोवंशों की देखभाल में किसी भी प्रकार की कमी होने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन गोवंशों की सुरक्षा और देखभाल के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।