भोपाल : देवी अहिल्या बाई की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में खरगोन के महेश्वर में मध्यप्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक शुरू हो गई।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं मंत्रिमंडल के सदस्यों ने महेश्वर किले में स्थित लोकमाता देवी अहिल्याबाई की प्रतिमा एवं राजगादी के दर्शन कर उनके न्याय, परोपकार और समाजसेवा के आदर्शों का स्मरण किया।
कैबिनेट बैठक में मोहन यादव सरकार नई आबकारी नीति पर भी मुहर लगाएगी। शराबबंदी से होने वाले राजस्व नुकसान की भरपाई और शराब दुकानों की नीलामी को लेकर नई शर्तों पर भी बैठक में चर्चा होगी।
इससे पहले सीएम ने अहिल्या किला जाकर राजगादी का दर्शन किया। राजवाड़ा पर कैबिनेट का फोटो सेशन कराया। फिर मंत्रियों समेत अहिल्या घाट पर नर्मदा पूजन किया।
दमोह के सिंग्रामपुर में भी हुई थी कैबिनेट बैठक
इससे पहले रानी दुर्गावती की राजधानी रहे सिंग्रामपुर में पांच अक्टूबर 2024 को कैबिनेट की बैठक हुई थी। दमोह जिले के सिंग्रामपुर गांव के नजदीक सिंगौरगढ़ का किला है। यह क्षेत्र रानी दुर्गावती की राजधानी के रूप में इतिहास में दर्ज है।
महिला अधिकारों के लिए लंबा संघर्ष किया
वीरांगना दुर्गावती के 500वें जन्मशती वर्ष के अवसर पर उनके सम्मान में सिंग्रामपुर में कैबिनेट बैठक की थी। नारी सम्मान को स्थापित करने में देवी अहिल्या बाई का शासन याद किया जाता है। उन्होंने महिला अधिकारों के लिए लंबा संघर्ष भी किया और उसे अमल में लाया।
बुनकरों से संवाद
देवी अहिल्या बाई की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी। महेश्वर में मां नर्मदा के घाटों के साथ ही नगर में भी साज-सज्जा होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव, महेश्वरी साड़ी तैयार करने वाली महिला बुनकरों से संवाद करेंगे। मंत्रिपरिषद के सदस्य देवी अहिल्या बाई के महल का अवलोकन भी करेंगे।