ग्वालियर में मां-भाई और बहन को बेहोश कर एक नाबालिग छात्रा बॉयफ्रेंड के साथ भाग गई। 6 दिन पहले ही उसकी सगाई तय हुई थी, घटना के पहले नाबालिग ने पूरी प्लानिंग की थी। रात में सभी को आलू के पराठे बनाकर खिलाए। आलू के मसाले में नींद की गोलियां मिलाकर खिलाई गई थीं। रविवार सुबह परिजन की नींद खुली तो उनका सिर चकरा रहा था। घर में सामान बिखरा पड़ा था। 17 साल की बेटी गायब थी।
नकदी और गहने लेकर भागी नाबालिग
जब परिजनों ने देखा तो अलमारी खुली पड़ी थी। अलमारी से पुश्तैनी गहने, एक लाख रुपए कैश भी गायब थे। घटना शहर के गोला का मंदिर नारायण विहार में शनिवार-रविवार दरमियानी रात की है। नाबालिग का दोस्त भी गायब है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची है। पुलिस ने केस दर्ज कर नाबालिग की तलाश शुरू कर दी है।
सुबह जल्दी उठने वाले, रविवार देर तक सोते रहे
शहर के गोला का मंदिर नारायण विहार में एक परिवार रहता है। परिवार का मुखिया दिल्ली में किसी कॉल सेंटर में कैब ड्राइवर है। यहां उसकी पत्नी, बेटा, दो बेटियां रहते हैं। बड़ी बेटी 17 वर्षीय है, जो कक्षा 12वीं की छात्रा है। रविवार सुबह जब परिजन जागे तो काफी देर हो चुकी थी। वैसे वह सुबह 7 बजे तक नींद से जाग जाया करते थे लेकिन रविवार सुबह 9.30 बजे उनकी नींद खुली। परिवार के सभी सदस्यों का सिर चकरा रहा था।
मां ने देखा तो पूरा परिवार वहां था लेकिन 6 दिन पहले जिस नाबालिग बेटी की सगाई उन्होंने की थी, वह घर में कहीं नजर नहीं आ रही थी। अंदर जाकर देखा तो रूम में अलमारी खुली पड़ी थी, उसमें से पुश्तैनी गहने, 1 लाख रुपए कैश गायब थे। इसके बाद उनको समझने में देर नहीं लगी कि उनकी बेटी रात को घर से भाग गई है। महिला ने सबसे पहले अपने पति को मामले की सूचना दी। इसके बाद गोला का मंदिर थाना पहुंचे। यहां पुलिस ने स्पॉट पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
सभी को खिलाए थे आलू के पराठे, खुद नहीं खाए छात्रा की मां ने बताया कि उनकी बेटी ने ही शाम का खाना बनाया था, जिसमें आलू के आलू के पराठे बनाए थे। सभी को बहुत प्यार से खाना खिलाया लेकिन उसने खुद पराठे नहीं खाए थे। उस समय तो मां को यह बात सामान्य लगी थी।