परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा को लेकर कांग्रेस ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर मिलीभगत के आरोप लगाए हैं। इसे लेकर मंत्री राजपूत से सवाल किया गया तो वे भड़क गए।झल्लाते हुए उन्होंने कह दिया, कि ऐसे बेवकूफी भरे सवाल मुझसे मत किया करो।
छतरपुर: मध्यप्रदेश के खजुराहो (छतरपुर) में केन-बेतवा लिंक परियोजना के शिलान्यास कार्यक्रम में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत की। केन-बेतवा परियोजना को उन्होंने कहा कि यह मप्र के लिए बहुत बड़ी योजना है। इसका लाभ एमपी और यूपी के लोगों को मिलेगा। हमनें जितना सोचा नहीं था, मोदी सरकार ने उतना दिया है। वहीं, सागर जिले को मिलने वाले लाभ को लेकर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि यहां दूसरे चरण में योजना शुरू होगी।
परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा को लेकर कांग्रेस ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर मिलीभगत के आरोप लगाए हैं। इसे लेकर मंत्री राजपूत से सवाल किया गया तो वे भड़क गए। उन्होंने मीडिया पर फालतू के सवाल पूछने का आरोप लगाया। हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि एजेंसियां अपना काम कर रही हैं। जांच के बाद सच सामने आएगा।
गोविंद सिंह के परिवहन मंत्री रहते काफी एक्टिव था सौरभ शर्मा!
गोविंद सिंह राजपूत पूर्व की सरकार में परिवहन मंत्री थे। वे कांग्रेस में रहते हुए कमलनाथ और शिवराज की सरकार में यह विभाग संभाल चुके हैं। इसी बात को लेकर कांग्रेस भी भाजपा को घेर रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी का कहना है कि उसकी काली कमाई के साम्राज्य में राज्य के कई सीनियर नेताओं और मंत्री का भी सहयोग था। गौरतलब है कि गोविंद सिंह राजपूत के कार्यकाल में सौरभ शर्मा काफी एक्टिव था। 2023 में जब सौरभ ने नौकरी से इस्तीफा दिया, तो उस वक्त गोविंद सिंह राजपूत ही परिवहन मंत्री थे।
क्या है सौरभ शर्मा का मामला?
परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा ने काली कमाई और अन्य स्रोतों से करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित की है। हाल ही में इसका खुलासा हुआ था। आयकर विभाग ने पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के विरुद्ध लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किया है।