Breaking
26 Feb 2025, Wed

महाकुंभ 2025: विपक्ष के सवालों पर भड़के पंचायती निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर, वैराग्यनंद गिरी महाराज, बोले – ‘परंपराओं से दूर सनातन विरोधी हैं यह लोग’

भोपाल।महाकुंभ 2025 को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर पंचायती निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी वैराग्यनंद गिरी महाराज ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने विपक्षी नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जो लोग इस पवित्र आयोजन पर सवाल उठा रहे हैं, वे सनातन संस्कृति से बिल्कुल अनभिज्ञ हैं।

महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी वैराग्यनंद गिरी महाराज ने कहा, ये लोग कभी राम मंदिर, कभी सनातन धर्म, तो कभी गंगा पर उंगलियां उठाते हैं। जिन्होंने अपने जीवन में कभी सनातन परंपराओं का पालन नहीं किया, वे आज धार्मिक आयोजनों पर सवाल उठा रहे हैं। इन लोगों ने कभी धर्म की शिक्षा ली ही नहीं, ये विधर्मी प्रवृत्ति के हैं।

गंगा तो मोक्षदायिनी और पवित्र है :

वैराग्यनंद गिरी महाराज ने आगे कहा कि गंगा तो मोक्षदायिनी और पवित्र है, उसका जल कभी अपवित्र नहीं हो सकता। उन्होंने सवाल उठाने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “इन लोगों को शर्म आनी चाहिए कि वे ऐसी बातें कर रहे हैं। हमारा देश धार्मिक और वसुधैव कुटुंबकम की भावना से ओत-प्रोत है। जब-जब ऋषियों ने धर्म के लिए यज्ञ किया, तब-तब विघ्न डालने वाले भी आए हैं, लेकिन धर्म का कार्य कभी रुका नहीं है और न ही रुकेगा।

ग्वालियर में होगा विशाल महायज्ञ :

महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी वैराग्यनंद गिरी महाराज ने बताया कि महाकुंभ की भांति इस बार मध्यप्रदेश के ग्वालियर में भी एक भव्य महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। स्वामी वैराग्यनंद गिरी महाराज ने बताया कि यह यज्ञ भारत की उन्नति, विश्व शांति और बलिदानियों की आत्मा की शांति के लिए किया जाएगा।

विश्व शांति और राष्ट्र की उन्नति के लिए यज्ञ :

महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी वैराग्यनंद गिरी महाराज ने कहा कि यह आयोजन केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और राष्ट्रहित से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा, “देश की एकता, भाईचारे और शहीदों की आत्मा की शांति के लिए यह यज्ञ किया जा रहा है। भागीरथ ने अपने पुरखों की मुक्ति के लिए गंगा को धरती पर लाने का प्रयास किया था, उसी तरह यह समाज अपने बलिदानियों और पूर्वजों की शांति के लिए यज्ञ कर रहा है। यह केवल हिंदू धर्म का नहीं, बल्कि संपूर्ण राष्ट्र का यज्ञ है।

सनातन धर्म पर सवाल उठाने वालों को मिलेगा जवाब’ :

महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी वैराग्यनंद गिरी महाराज ने अंत में कहा कि जो लोग इस आयोजन पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें सनातन धर्म और इसकी परंपराओं के महत्व को समझना चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, सनातन धर्म पर उंगली उठाने वालों को करारा जवाब मिलेगा। धर्म और राष्ट्र के खिलाफ काम करने वालों को सनातन परंपरा और साधु-संतों की शक्ति का एहसास जल्द ही होगा।

विहिप के आलोक कुमार ने भी दी प्रतिक्रिया :

इस आयोजन को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह यज्ञ भारत की उन्नति और विश्व शांति के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि इस यज्ञ से प्राप्त ऊर्जा पूरे विश्व को लाभ पहुंचाए और राष्ट्र एक नई ऊंचाई पर पहुंचे।

महाकुंभ 2025 और ग्वालियर में होने वाले महायज्ञ को लेकर जहां संत समाज इसे एक ऐतिहासिक और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण आयोजन मान रहा है, वहीं विपक्ष इसे सवालों के घेरे में खड़ा कर रहा है। महामंडलेश्वर वैराग्यनंद महाराज का स्पष्ट संदेश है कि सनातन धर्म और इसकी परंपराओं पर उंगली उठाने वालों को जवाब जरूर मिलेगा और यह आयोजन पूरी भव्यता के साथ संपन्न होगा।

इस महायज्ञ की खास बातें :

00 फीट ऊंची यज्ञशाला राजस्थान से लाई जाएगी।

1008 कुंडों का विशाल यज्ञ आयोजित होगा।

1 लाख महिलाओं की कलश यात्रा निकाली जाएगी।

11 हजार आचार्य 1 लाख शतचंडी पाठ का आयोजन करेंगे।

11 करोड़ आहुतियां डाली जाएंगी, जिससे राष्ट्र में समरसता और एकता का संदेश दिया जाएगा।

By archana

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *