रिपोर्ट :सुनील त्रिपाठी
लखनऊ। अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम को लेकर प्रदेशव्यापी अधिवक्ता सुरक्षा यात्रा सोमवार को यहां लखनऊ पहुंची। आल इण्डिया रूरल बार एसोशिएसन के बैनरतले अधिवक्ता सुरक्षा यात्रा के तहत यहां डीएम कार्यालय के समक्ष मांगो को लेकर अधिवक्ताओं ने एसोशिएसन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल एवं राष्ट्रीय महासचिव अनिल त्रिपाठी महेश की अगुवाई में हुंकार भरी। अधिवक्ता सुरक्षा यात्रा के माध्यम से वकीलों ने यूपी सरकार से इसी बजट सत्र में प्रदेश में एडवोकेटस प्रोटेक्शन एक्ट को भी लागू कराए जाने की जोरदार मांग उठाई। वहीं अधिवक्ताओं ने केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित अधिवक्ता संशोधन विधेयक 2025 को अधिवक्ताओं के मौलिक अधिकार पर कुठाराघात करार दिया। अधिवक्ताओं ने कचहरी गेट पर मांगों के समर्थन में घंटो जमकर नारेबाजी की। वहीं प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए आल इण्डिया रूरल बार एसोशिएसन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने कहा कि विधि के क्षेत्र में पारदर्शिता के लिए केन्द्र ने जो मसौदा सार्वजनिक किया है उसमें अधिवक्ताओं की सुरक्षा के लिए विधिक प्राविधान नहीं लाया गया है। उन्होने कहा कि अधिवक्ताओं की हत्या अथवा उन पर आपराधिक हमले को लेकर केन्द्र को इस मसौदे में ऐसे आपराधिक केस को विशेष फास्ट टैªक कोर्ट में विचारण का कड़ा प्राविधान लाया जाना चाहिए। वहीं उन्होनें यह भी कहा कि सरकार सभी बार एसोशिएसन को अर्धन्यायिक मान्यता की संवैधानिकता भी इस विधेयक में शामिल करे। उन्होनें कहा कि अधिवक्ताओं के सामूहिक अपमान को भी आपराधिक अवमानना में लाया जाना चाहिए। वहीं राष्ट्रीय महासचिव अनिल त्रिपाठी महेश ने कहा कि केंद्र के प्रस्तावित अधिवक्ता संशोधन विधेयक 2025 में अधिवक्ताओं की हडताल पर प्रतिबंध लगाना वकीलों के मौलिक अधिकार तथा असहमति के अधिकार को छीनना है। वकीलों के विरोध प्रदर्शन का संयोजन लखनऊ मण्डल अध्यक्ष एवं अधिवक्ता आनन्द त्रिपाठी ने किया। इस मौके पर प्रभात तिवारी, शैलेन्द्र श्रीवास्तव, डीपी सिंह, टीपी त्रिपाठी, पवन पाठक, रोहित तिवारी, अशोक दीक्षित, अशोक मौर्य, आयुष त्रिपाठी आदि अधिवक्ता रहे।