इंदौर।इंदौर विधायक महेंद्र हार्डिया के वायरल हुए वीडियो को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने का बड़ा बयान सामने आया है। जीतू पटवारी ने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा किसी अधिकारी को जूते मारने की बात कहना कोई बड़ी बात नहीं है, यह लोग अधिकारियों को जूते मारने की बात इसलिए कहते हैं कि उन्हें उनका हिस्सा नहीं मिलता, इसके पहले भी आपने देखा है कि भाजपा नेता बलात्कार के आरोप में पकड़ा गया, वही भाजपा का दूसरा नेता पास्को में पकड़ा गया, आप भाजपा कह लो या करप्शन कह लो बात एक है। भाजपा का काम करप्ट, करप्शन, कमीशन यही भाजपा का चाल चरित्र चेहरा है। वही शराबबंदी को लेकर जीतू पटवारी का कहना है कि पहले सरकार शराबबंदी करवाएगी और बाद में शराब की कालाबाजारी करवाएगी
बता दें कि इंदौर में अतिक्रमण हटाओ मुहिम के दौरान हंगामा हो गया। प्रशासन और नगर निगम की टीम रोशन सिंह भंडारी मार्ग अतिक्रमण हटाने की गई थी। यहां व्यापारियों ने विरोध किया। आरोप लगा कि रसूखदार लोगों को छोड़कर आम लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। टीम को बिना कार्रवाई के लौटना पड़ा।
नगर निगम की टीम से नाराज होकर इंदौर 5 विधानसभा सीट के विधायक महेंद्र हार्डिया का एसडीएम से कहासुनी का वीडियो भी सामने आया है। इसमें विधायक हार्डिया एसडीएम प्रदीप सोनी से कह रहे हैं कि उनसे कलेक्टर भी फोन पर बात कर लेते हैं लेकिन वह (SDM) फोन पर बात तक करने को तैयार नहीं।
, विधायक ने अतिक्रमण के लिए जगह चिह्नित करने वाले जोनल अफसर को जूते मारने की बात भी कही है। वह एसडीएम से कहते हैं कि, ‘पूरे इंदौर शहर में अवैध निर्माण है। क्या पूरे शहर को हटा दोगे? मैं बैठा हूं यहां… आकर हटाओ दुकानें… देखता हूं मेरे रहते कौन तोड़ता है।’ भाजपा विधायक के विरोध के बाद निगम टीम को वापस लौटना पड़ा।
इस पूरे मामले में विधायक हार्डिया ने कहा कि यदि फुटपाथ पर अतिक्रमण हैं तो निशान बनाकर जनप्रतिनिधि को बताएं। वे खुद हटवाएंगे, लेकिन फुटपाथ के बहाने दुकान अंदर तक तोड़ने की कार्रवाई की जा रही थी। एसडीएम के व्यवहार को लेकर कलेक्टर को शिकायत भी की है। मैं खुद मौके पर गया था। पूरे शहर में अवैध निर्माण हुए हैं, तो क्या सभी हटा देंगे। सिलेक्टिव कार्रवाई क्यों की जा रही है।
बता दें कि इंदौर नगर निगम की टीम बुधवार को जंजीरवाला चौराहा से मालवा मिल के बीच फुटपाथ पर हुए कब्जों को हटाने पहुंची थी। यहां रहवासियों ने पार्षद और एमआईसी सदस्य नंदकिशोर पहाड़िया को फोन लगाकर बुला लिया। कुछ ही देर में विधायक महेंद्र हार्डिया भी आ गए। इसके बाद उन्होंने एसडीएम सोनी को कॉल किया।