Saurabh Sharma Case: परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के पास से जांच एजेंसियों के पास मिली हरी डायरी के राज धीरे-धीरे सामने आने लगे हैं। पत्रिका ने डायरी के छह पन्नों का सच उजागर किया तो सत्ता से लेकर भाजपा संगठन में हलचल मच गई। कांग्रेस भी सरकार पर हमलावर हुई।
एमपी कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सरकार पर सवाल दागे। पटवारी ने पूछा कि जांच में डायरी बरामद हुई तो सरकार एक्शन क्यों नहीं ले रही। जब 6 पन्नों में 1500 करोड़ से अधिक का हिसाब है तो 66 पन्नों में हिसाब की कल्पना की जा सकती है। किसे बचाने का प्रयास हो रहा है। डायरी में जिन अफसरों के नाम हैं, उनके नाम सार्वजनिक किए जाने चाहिए। जिन टोल नाकों से वसूली का जिक्र है, उसी आधार पर कार्रवाई हो।
सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है, चोरों को बचाने का प्रयास हो रहा है। सरकार ने वर्ष 2021 में चेक पोस्ट बंद कर दिए। कागजों में चेकपोस्ट तो बंद हो गए पर यहां से धन की उगाही होती रही।
आखिर कहां सौरभ
पटवारी ने कहा, 3 एजेंसियों ने कार्रवाई की पर आश्चर्य है कि सौरभ शर्मा नहीं मिल रहा, आखिर कहां है सौरभ, न किसी से पूछताछ हो रही है। जिन वर्षों में यह वसूली हुई उस दौरान पदस्थ रहे ट्रांसपोर्ट कमिश्नर, परिवहन मंत्रियों और अफसरों से पूछताछ होना चाहिए। परिवहन आयुक्त को हटा दिया लेकिन इनसे भी पूछताछ नहीं हुई।
पटवारी ने मांग की कि इस मामले की जांच शीघ्र और पारदर्शी तरीके से पूरी की जाए ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके। उन्होंने बताया कि लोकायुक्त, आयकर विभाग और ईडी ने सौरभ शर्मा के घर पर छापेमारी की, जिसमें 100 करोड़ रुपये की संपत्ति, 11 करोड़ रुपये नकद और 55 किलो सोना बरामद हुआ। इस छापेमारी के दौरान एक डायरी का जिक्र भी किया गया, जिसे पटवारी कई बार अपने साथ ले गए थे। उन्होंने कहा कि इस डायरी को सार्वजनिक किया जाना चाहिए ताकि इसकी सामग्री सबके सामने आ सके।
दो सीएम के कार्यकाल में घोटाला
जीतू पटवारी ने सरकार के कामकाज को लेकर भी सवाल खड़े किए और तो और उन्होंने ये भी कहा कि ये पूरा कांड को दी सीएम के कार्यकाल में हुआ एक शिवराज सिंह चौहान और दूसरे मोहन यादव सौरभ शर्मा ने दोनो के साथ ही काम किया हुआ है।