उरई । जालौन जिले के कालपी तहसील में नदियों की धरती को खोखला करने का काम जोरों से चल रहा है । मामला पथरेठा खंड संख्या 5 मौरंग खनन क्षेत्र का है जहां सत्ता के नशे में चूर माफिया धरती की सूरत बिगाड़ने में महारथ दिखा रहे है प्रतिबंधित मशीनों के जरिए प्रतिबंधित क्षेत्र से मौरंग माफिया बेधड़क खनन कर रहे है जबकि विभाग के द्वारा 16.16 एकड़ भूमि के लिए खनन की स्वीकृति दी गई है जिसको ठेकेदार 7 जून 2024 से 6 मार्च 2025 तक की अवधि निर्धारित की गई है प्रशासन व खनन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से कालपी तहसील के पथरेठा मौरंग खंड संख्या 5 से सटा हुआ मौरंग क्षेत्र खाली पड़ा हुआ जिसको माफिया द्वारा नेस्तनाबूत किया जा रहा है इसके साथ साथ नदी के तल को कुआं बनाने में प्रतिबंधित मशीनों अपना काम बखूबी से करती दिखाई दे रही है ।
अन्य खंड खाली पड़े है जिनके सहारे माफिया बेधड़क खनन कर रहा है वहीं नदियों की बहती धारा से प्रतिबंधित मशीनों लगाकर मौरंग खनन किया जा रहा है प्रकृति ने नदियों को स्वाभाविक खूबसूरती दी है जिस पर मौरंग माफिया की गिद्ध दृष्टि ऐसी पड़ी कि नदी को बदसूरत बनाने में सफल हो रहा है । राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण ने नदियों में खनन के कई नियम बनाए थे जिससे खनन होता भी रहे और नदियों की खूबसूरती बरकरार भी रहे लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो पा रहा है । राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण ने ही पोकलैंड मशीन को खनन के लिए प्रतिबंधित किया था क्योंकि नदी के तल से 10 फीट गहरी ही खुदाई हो सके जो प्राधिकरण के मानक है लेकिन प्रदेश सरकार ने इसे कड़ाई से लागू नहीं किया । इसके अलावा ठेकेदार द्वारा एमएम11 की चोरी भी बड़ी सफाई से की जा रही नदी के तल पर जाने के दो रास्ते तैयार किए गए एक रास्ता सीसीटीवी के पिछवाड़े से बना हुआ है जो बिना एमएम 11 के ट्रकों को निकालने में सहायक होते है । इसी प्रकार पट्टे ठेकेदार को जब खंड स्वीकृत होता है उस समय खनिज विभाग द्वारा स्वीकृत क्षेत्र की पैमाईश की जाती है और एक उस क्षेत्र का नक्शा ठेकेदार को दिया जाता है इसके बावजूद स्वीकृत क्षेत्र से बाहर प्रतिबंधित वन क्षेत्र की मौरंग निकालने में महारथी बनते है । इस पूरे कार्य को संपन्न करने में खनिज विभाग इनका सहायक की भूमिका अदा करता दिखाई देता है । कालपी तहसील के पथरेठा मौरंग खंड संख्या 5 में इस कार्य को करने में ठेकेदार के शागिर्दों की भूमिका अधिक दिखाई दे रही है। जालौन जिले में सत्ता की ताकत दिखाकर योगी आदित्यनाथ को खुली चुनौती दे रहा है । इस संबंध में अपर जिलाधिकारी संजय कुमार का कहना है कि अभी कोई ऐसी शिकायत नहीं मिली है कि उक्त खंडों से कोई अवैध खनन किया जा रहा है सोशल मीडिया व समाचार पत्रों के हवाले से सूचना प्राप्त हुई है कार्रवाई के लिए विभाग से कहा गया है जिले में किसी भी स्थिति में अवैध खनन नहीं होने दिया जाएगा