यूपी सरकार में मंत्री आशीष पटेल ने गुरुवार को अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर खुलकर बात रखी। आशीष के साथ उनकी पत्नी और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी थीं। गुरुवार को लखनऊ में आशीष ने अपनी साली और विधायक पल्लवी पटेल का नाम लिए बगैर उन्हें धरना मास्टर बताया।
उन्होंने आरोप लगाया कि STF (स्पेशल टास्क फोर्स) ही सारे षडयंत्र की जड़ है, जिससे उन्हें जान का खतरा है। चुनौती देते हुए कहा, स्पेशल टास्क फोर्स वाले पैर पर गोली मारते हैं, लेकिन हिम्मत है तो सीने पर गोली मारो। अगर अब उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा गया तो वह लड़ेंगे, डरेंगे नहीं। उन्होंने कहा, डराकर 69000 की भर्ती का विषय दबाया नहीं जा सकता।
वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा, हमारी पार्टी के किसी भी पदाधिकारी, कार्यकर्ता या चुने हुए जनप्रतिनिधि पर आंच आएगी तो अपना दल चुप नहीं बैठेगा। प्रतिष्ठा के साथ समझौता मेरी पार्टी नहीं करेगी।
धरना मास्टर का कॉल रिकॉर्ड खुलवा लीजिए आशीष पटेल ने कहा, मीडिया को आइटम चाहिए और वो आइटम मिल जाता है। मीडिया सिर्फ आशीष पटेल की बात नहीं छापती। मैं और अनुप्रिया मंत्री हैं। हमारी संपत्ति PMO की वेबसाइट पर छपी हुई है। उसको कोई नहीं निकालता।
सरकार की एक धरना मास्टर हैं, 2 जुलाई हुई तो धरना, 17 अक्टूबर हुआ तो धरना। मीडिया के साथी को एक धरना मास्टर चाहिए उसको छापते रहते हैं। उनको प्रायोजित किया जाता है और जब भी मौका मिलता है तो उनको धरने पर बैठा दिया जाता है।
धरना मास्टर के मोबाइल का कॉल रिकॉर्ड खुलवा लीजिए। सब पता चल जाएगा कि यह खेल कहां से चल रहा है। उन्होंने अपनी और अपनी पत्नी केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की संपत्ति की जांच की भी खुली चुनौती दी। कहा, मेरी और मेरी पत्नी की जांच कर ली जाए, मेरी संपत्ति कितनी बढ़ी है, उसकी जांच कर ली जाए।
मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश रची जा रही मंत्री आशीष ने कहा, पिछले कुछ दिनों से मैं अखबारों में ज्यादा छप रहा हूं। मेरा सकारात्मक वाला पक्ष रोक दिया जाता है और मेरा नकारात्मक वाला पक्ष छाप दिया जाता है। यह राजनीति है। मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश रची जा रही है।
सरकार से ही कुछ लोग उन्हें (पल्लवी पटेल) ऑपरेट कर रहे हैं। वही लोग पिछले कुछ दिनों से अखबारों की सुर्खियां बने हुए हैं। 1700 करोड़ रुपए खर्च कर मेरी इमेज नेगेटिव बनाई जा रही है। सूचना विभाग का दुरुपयोग करके किसी की मान-मर्यादा का मर्दन मत कीजिए। मैं तो भिखारी आदमी हूं। बिना पैसे वाले भी खबर छपवाना जानते हैं।
थप्पड़ खाकर चुप बैठने वाला नहीं हूं मंत्री आशीष पटेल ने यूपी के कई अधिकारियों पर भी बड़े आरोप लगाए। कहा, मैं थप्पड़ खाकर चुप बैठने वाला नहीं हूं। ईंट का जवाब पत्थर से दूंगा। मेरी गलती बस इतनी है कि 14 में से सात डायरेक्टर वंचित वर्ग के बनाए। पिछड़े, दलितों के हितों पर काम करना मेरी गलती है। ऐसी गलती मैं करता रहूंगा और डरने वाला नहीं हूं। चाहे कितना भी डराया जाए।
उन्होंने ललकारते हुए कहा, आपके पास अगर तंत्र है तो मेरे पास जनतंत्र है। लड़ाई में जनतंत्र जीतता है। तंत्र से नहीं डरने वाला हूं।