प्रयागराज. खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से महाकुंभ को लेकर दी गई धमकी को लेकर जहां सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं. वहीं पन्नू की ओर से दी गई धमकी को लेकर साधु संतों में भी गहरा आक्रोश है. साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा है कि पन्नू अगर सनातन धर्म के सबसे बड़े मेले महाकुंभ में राजसी स्नान में आ गया तो नागा सन्यासी उसका फुटबॉल बनकर खेलेंगे. उन्होंने कहा है कि खालिस्तानी आतंकवादी पन्नू मानसिक रोगी है और वह डिप्रेशन में है. उन्होंने कहा है कि पन्नू को संत महात्मा गंभीरता से नहीं लेते हैं.
उन्होंने कहा है कि सिख धर्म और सनातन धर्म अलग नहीं है. सिखों ने ही सनातन की रक्षा की है. उन्होंने कहा है कि हमारे तीन अखाड़े श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन, श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन और निर्मल अखाड़ा सिखों का ही है. उन्होंने कहा है कि पूरा सिख समाज ही सनातनी है. इसलिए नागा सन्यासियों और इन तीनों अखाड़ों के संतों में कोई भेद नहीं है. उन्होंने कहा है कि पन्नू जैसे लोग आते जाते हम उन्हें गंभीरता से नहीं लेते हैं. उन्होंने कहा है कि हमारे देश की बाह्य और आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था मजबूत है. देश की सेनाएं और राज्यों की पुलिस फोर्स ऐसे किसी भी आतंकी गतिविधि से निबटने में पूरी तरह से सक्षम हैं.
डरेंगे तो मरेंगे की लगाई गई होर्डिंग पर दी प्रतिक्रियावहीं सनातन धर्म के सबसे बड़े मेले महाकुंभ में जगद्गुरु रामानंदाचार्य नरेंद्राचार्य की ओर से डरेंगे तो मरेंगे की लगाई गई होर्डिंग को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यह बात बिल्कुल सही है कि जो डरा वह कटा. उन्होंने कहा है कि हमारे तमाम मंदिरों को मस्जिद में बदल दिया गया है. क्योंकि हमारे यहां जयचंद बहुत थे. हमारे यहां हिंदुओं में गद्दार बहुत थे. उन्होंने कहा है कि 2014 में जब से देश में पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार आई है तब से हिंदू जाग गया है. क्योंकि पीएम मोदी से पहले देश के प्रधानमंत्री मंदिरों में नहीं जाते थे. बल्कि मजारों में जाते थे. किसी प्रधानमंत्री ने पगड़ी नहीं पहनी कोई प्रधानमंत्री राम मंदिर नहीं गया. उन्होंने कहा है कि यह बात समझनी चाहिए कि हमारा हिंदू समाज जाग गया है और हम बंटेंगे नहीं तो कटेंगे नहीं. उन्होंने कहा है कि जितने भी मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है उन्हें मुक्त करना है. उन्होंने कहा है कि हमें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ से पूरी उम्मीद है कि सभी मंदिरों को मुक्त करायेंगे.
गैर सनातनियों की महाकुंभ में इंट्री बैन करने की मांग का समर्थनवहीं कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर द्वारा गैर सनातनियों की महाकुंभ में इंट्री बैन करने की मांग का अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने एक बार फिर समर्थन किया है. उन्होंने कहा है कि गैर सनातनियों द्वारा हमारे धर्म को भ्रष्ट करने की कोशिश की जाती है. गैर हिंदू होते हुए हिंदू देवी देवताओं के नाम से होटल चलाए जाते हैं. खाद्य पदार्थों में मिलावट की जाती है. उन्होंने कहा है कि महाकुंभ में गैर सनातनियों के प्रवेश को लेकर सनातनियों को कट्टर होना पड़ेगा. सनातनियों को एकजुट होकर इनसे मुकाबला करना पड़ेगा.
हिंदू अब डरने वाला नहीं, वह अपना अधिकार लेकर रहेगावहीं संत प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान पर कि इस्लामिक स्ट्रक्चर में हिंदू मंदिरों के प्रतीक चिन्ह नहीं ढूंढने चाहिए इससे माहौल बिगड़ रहा है को लेकर भी अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने प्रतिक्रिया दी है.उन्होंने कहा है कि जब भी हम ज्यादा हिंदू मुसलमान की बात करेंगे. मस्जिदों में मंदिर के प्रतीक चिन्ह ढूंढेंगे तो विवाद बढ़ेगा. उन्होंने कहा है कि पुराना दौर बदल चुका है मौजूदा समय में मुसलमान हिंदुओं को उग्रवादी के रूप में देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत की बात सही है. अयोध्या के बाद अब काशी और मथुरा मुक्त कराने की संत महात्माओं ने अपील की थी. लेकिन मुसलमान काशी और मथुरा को मुक्त किए जाने पर तैयार नहीं हुए. उन्होंने कहा कि केवल हिंदुओं को नहीं दबाया जा सकेगा. उन्होंने कहा है कि हिंदू अब डरने वाला नहीं है. वह अपना अधिकार लेकर रहेगा.