अजय राज केवट माही
प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस भोपाल मध्य प्रदेश
शुजालपुर वो कहते हे न कि अंधेर नगरी चौपट राजा की कहावत सही सिद्ध होती दिख रही शुजालपुर शहर में सरपंच प्रतिनिधि से लेकर छुटभैया नेता माफिया गुंडों तक ने अपने वाहन में हूटर लगाकर रौब झाड़ रहे है। ओर शहर में वर्तमान में हूटर लगाकर रौब झाडऩे वालों छुटभैये नेताओं की बाढ़ सी आ गई । नियम कानून की धज्जियां खुलेआम उड़ाते हुए आसानी से देखे जा सकते हैं। फिर भी जिम्मेदार अफसरों की बड़ी लापरवाही यह है कि इस ओर कार्रवाई करने से बच रहे हैं। इसलिए ऐसे जनप्रतिनिधियों की हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। केन्द्र सरकार ने कुछ साल पहले मंत्री, अफसर सहित जनप्रतिनिधियों के वाहनों पर हूटर लगाने के नियम को बंद कर दिया था। जब से हूटर लगाने का नियम बंद हुआ है, तब से जिले में हूटर लगाने छूटभैए नेताओं की बाढ़ सी आ गई । इसमें सरपंच प्रतिनिधि से लेकर कई छूट भैय्या नेता भी शामिल है। माही की गूंज की टीम ने सोमवार को इसकी पड़ताल की तो चौकाने वाले तथ्य सामने आए। एक चौराहे में आधे घंटे तक खड़े हुए तो दर्जन भर से ज्यादा हूटर लगे हुए वाहन नजर आए। जब जिला मुख्यालय की शुजालपुर तहसील का यह हाल हैं तो ओर जिले का क्या होगा, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। इसकी वजह जानने के लिए अफसरों से संपर्क किया गया तो दबे जुबान पर कहा कि मंत्री, विधायक से जुड़े हुए लोग है। इसके अलावा अधिकांश प्रदेश सरकार के जनप्रतिनिधि है। राजनीतिक दबाव के चलते ऐसे हूटरबाजों से कार्रवाई नहीं हो पाती है। एक को देखकर अन्य दूसरे जनप्रतिनिधि ने भी अब हूटर लगाने का फ़हशन बना लिया जब तक इन पर अभियान चलाकर कार्रवाई नहीं होगी तो तब तक यह बंद नहीं होंगे। इसके बाद कई दुकान जाकर देखा गया तो आसानी से हूटर मिल जाता है। इन दुकानदारों को भी कार्रवाई होने का कोई डर नहीं है। ऐसे में खुलेआम बेच रहे हैं।
बड़ी लापरवाही, सालभर में एक भी कार्रवाई नहीं
इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि दो साल में एक भी हूटर लगे वाहनों पर ट्रैफिक पुलिस व यातायात विभाग द्वारा कार्रवाई नहीं की गई है। हालांकि ट्रैफिक पुलिस व यातायात विभाग का अमला दिन भर अवैध वसूली में मस्त रहता है
केन्द्रीय मोटरयान नियम ११९ में तय किया है। जिसमें एंबुलेंस, फायर बिग्रेड, आकस्मिक सेवा में चलने वाली गाड़ी और परिवहन विभाग के अफसरों की गाडिय़ों पर हूटर लगाया जा सकता है। राज्य सरकार के नियम में भी ऐसा ही है। इसके बावजूद नियम का जिले में कहीं पालन नहीं हो रहा है। सबसे ज्यादा नियम भाजपा सरकार के जनप्रतिनिधि वा छूट भैय्या नेता ही तोड़ रहे हैं।
मंडल कंमडल अध्यक्षों ने भी लगाए हूटर
बिना परमिशन के चलते शहर में गुंडों माफियाओ से लेकर मंडल कंमडल अध्यक्षों ने भी शहर में हूटर बजाकर अपनी नेतानगरी चमकने में लगे हुए मगर न तो इस ओर यातायात ट्रैफिक पुलिस जवानों की नजर हे न शहर के बड़े अधिकारी की ट्रैफिक जवान तो काला चश्मा लगाकर कर अवैध वसूली में मस्त हे चौराहे पर अपनी बाइक खड़ी कर चिल की तरह ताकते रहते बालू रेत के डंपर किधर से आ रहे हैं अब देखना यह होगा की खबर प्रकाशन के बाद में जिम्मेदार अधिकारियों की नींद खुलती है या नहीं या कुंभकर्ण नींद सोते रहेंगे और हूटर बाज छूट भैया नेता शहर में हुडदंग मचाते रहेंगे शेष खबर अगले अंक में,,,,,,,