फर्जी कार्डियोलॉजिस्ट के इलाज से 7 की मौत : खुद को लंदन का प्रसिद्ध डॉक्टर बता कर किया हार्ट का आपरेशन
मध्य प्रदेश के दमोह जिले से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने स्वास्थ्य सेवाओं की साख पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. शहर के एक मिशनरी संस्थान द्वारा संचालित अस्पताल में एक फर्जी डॉक्टर ने खुद को लंदन का प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट बताकर 15 मरीजों के दिल का ऑपरेशन कर डाला.

दमोह के मिशन अस्पताल में लंदन के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. एनजोन केम के नाम पर नरेंद्र यादव नाम के फर्जी डॉक्टर ने ढाई महीने में 15 हार्ट ऑपरेशन कर डाले। आरोप है कि दिसंबर 2024 से फरवरी 2025 के बीच हुए इन ऑपरेशनों में 7 मरीजों की मौत हो गई। खुलासा होने के बाद आरोपी डॉक्टर यादव फरार हो गया है।
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने इसे गंभीरता से लिया है। रविवार को दो सदस्यीय टीम दमोह आएगी, जो सोमवार को पूरे मामले की पड़ताल करेगी। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो बोले- रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।’
सीएमएचओ डॉ. मुकेश जैन और डीएचओ डॉ. विक्रम चौहान की जांच में दो मौतों की पुष्टि की सूचना है। कलेक्टर सुधीर कोचर बोले- जांच चल रही है। अस्पताल प्रबंधक पुष्पा खरे का कहना है कि गलत आंकड़े पेश किए जा रहे। इधर, भास्कर ने उन दो मरीजों के परिजनों से बात की तो एक ने बताया कि जब मौत की वजह पूछने गए तो डॉक्टर गाड़ी से भाग गया।
बिना डिग्री के किए गए ऑपरेशन
दीपक तिवारी का दावा है कि आरोपी व्यक्ति ने विदेश में पढ़ाई और अनुभव का झूठा दावा कर लोगों को विश्वास में लिया. उसने करीब 15 मरीजों का हार्ट सर्जरी किया, जिनमें से 7 लोगों की इलाज के बाद मौत हो गई. सबसे हैरानी की बात ये है कि इन मौतों की सूचना न तो पुलिस को दी गई और न ही किसी का पोस्टमार्टम कराया गया.
पहचान चुराकर रचा खेल
जब पूरे मामले की पड़ताल शुरू हुई तो सामने आया कि नरेंद्र विक्रमादित्य यादव ने यूनाइटेड किंगडम के मशहूर हृदय रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर जॉन केम की पहचान और नाम का गलत इस्तेमाल किया. खुद प्रोफेसर केम ने मीडिया को ईमेल कर पुष्टि की कि इस नाम का व्यक्ति उनका नाम और प्रोफेशनल प्रोफाइल चुराकर फर्जीवाड़ा कर रहा है.