मऊगंज। Mauganj ambulance rape case मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले से दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां चलती एंबुलेंस में 16 वर्षीय लड़की से दुष्कर्म किया गया है। पुलिस के अनुसार, ‘108’ आपातकालीन सेवा के तहत संचालित एंबुलेंस में यह घटना घटी, जिसमें शामिल चार आरोपियों में से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसमें चालक भी शामिल है।
चलती एंबुलेंस में दुष्कर्म
उप महानिरीक्षक (रीवा रेंज) साकेत पांडे ने कहा, लड़की अपनी बहन और जीजा के साथ एम्बुलेंस में यात्रा कर रही थी (उनमें से कोई भी मरीज नहीं था). एंबुलेंस में तीनों के अलावा,ड्राइवर और उसका एक सहयोगी थे.
पांडे ने पीटीआई को बताया कि नाबालिग अपनी बहन और जीजा के साथ, एम्बुलेंस में जा रही थी जिसका ड्राइवर उन्हें जानता था. रास्ते में लड़की की बहन और उसका जीजा पानी लाने के बहाने गाड़ी से उतर गए. इतने में ड्राइवर ने तेजी से एंबुलेंस चला दी. आरोप है कि सुंसन गांव में चलती एम्बुलेंस में ड्राइवर के हेल्पर राजेश केवट ने चलती एम्बुलेंस में लड़की के साथ बलात्कार किया. लड़की की बहन और उसके जीजा पर भी अपराध में सहायता करने का आरोप लगाया गया है.
डीआइजी ने बताया कि लड़की को पूरी रात बंधक बनाकर रखने के बाद दोनों ने अगली सुबह उसे सड़क किनारे फेंक दिया. आईपीएस अधिकारी के अनुसार, घर पहुंचने के बाद, पीड़िता ने अपनी आपबीती अपनी मां को सुनाई, जो इस डर से दो दिनों तक पुलिस के पास नहीं गई कि घटना से परिवार की बदनामी हो जाएगी.
पांडे ने कहा, 25 नवंबर को पीड़िता और उसकी मां ने आखिरकार पुलिस से कॉन्टैक्ट किया, जिसने उनकी शिकायत पर कथित बलात्कारी (केवट) सहित चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया.
उन्होंने कहा कि दो आरोपियों, एम्बुलेंस चालक वीरेंद्र चतुर्वेदी और उसके सहयोगी केवट को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि लड़की की बहन और जीजा फरार हैं. आईपीएस अधिकारी ने कहा कि लड़की की बहन और जीजा को पकड़ने के लिए तलाश शुरू कर दी गई है. सभी आरोपियों पर यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है