नई दिल्ली. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर रह चुके शक्तिकांत दास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. उन्हें पीएम मोदी का प्रधान सचिव-2 नियुक्त किया गया है. पी. के. मिश्रा 11 सितंबर, 2019 से प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव हैं. कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उनके चयन को मंजूरी दे दी है और कार्मिक प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने शनिवार को इस संबंध में आदेश जारी किया है. पी के मिश्रा 11 सितंबर, 2019 से प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव हैं. आदेश के अनुसार, दास की नियुक्ति “प्रधानमंत्री के कार्यकाल के साथ समाप्त होगी या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो.”
केंद्रीय बैंक प्रमुख के रूप में अपने छह वर्षों (2018-2023) में, शक्तिकांत दास ने कई चुनौतियों का सामना किया, जिसमें कोविड-19 महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध जैसी वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएं शामिल हैं. उन्होंने भारत के जी20 शेरपा के रूप में भी काम किया है और 15वें वित्त आयोग के सदस्य रहे हैं. 25वें आरबीआई गवर्नर के रूप में, दास को अमेरिका स्थित मैगजीन ग्लोबल फाइनेंस की तरफ से लगातार दो सालों तक वैश्विक स्तर पर शीर्ष तीन केंद्रीय बैंकरों में स्थान दिया गया था. दास को ग्लोबल फाइनेंस सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड 2024 में ‘ए+’ रेटिंग मिली थी.
शक्तिकांत दास की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारत सरकार अपनी आर्थिक नीतियों और वित्तीय प्रशासन को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. प्रधान सचिव-2 के रूप में दास प्रमुख आर्थिक और वित्तीय मामलों पर रणनीतिक सलाह देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, जिससे सरकार के निर्णय लेने के ढांचे को और मजबूती मिलेगी.