मध्यप्रदेश के कटनी जिले में कांग्रेस के दिवंगत दिग्गज नेता माधवराव सिंधिया की प्रतिमा को आपत्तिजनक तरीके से हटाए जाने के बाद NHAI (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) ने अपने दो अधिकारियों समेत कुल चार कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। इस घटना का एक वीडियो शनिवार को वायरल होने के बाद NHAI ने यह कार्रवाई की।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस मामले में अब बड़ा एक्शन लिया और फौरन कार्रवाई के निर्देश दिए. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (NHAI) ने कड़ा रुख अपनाते हुए 4 इंजीनियरों को निलंबित कर दिया है. जिस तरीके से उस पर दिवंगत माधवराव सिंधिया प्रतिमा हटाई गई उस पर बीजेपी सांसद वीडी शर्मा ने सख्त नाराजगी जताई है.
मध्य प्रदेश के कटनी जिले में केंद्रीय मंत्री स्व. माधवराज सिंधिया के प्रतिमा हटाने को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. इसके पीछे की वजह एक वायरल वीडियो है जिसमें माधवराज सिंधिया के मूर्ति को हटाने के लिए स्टैच्यू के गले में पट्टा डालकर जेसीबी के जरिए उठाकर किनारे करते हुए दिखाई दे रहा है.
NHAI ने लिया बड़ा एक्शन
दरअसल, पूरा मामला चाका बाइपास का बताया गया है. यहां श्री जी कंपनी फ्लाई ओवर ब्रिज का निर्माण कर रही है. इसके चलते माधवराज सिंधिया के स्मारक को हटाया जाना था. इस पर कंपनी ने लापरवाही पूर्वक माधवराज सिंधिया की प्रतिमा को हटाया. वायरल वीडियो को कटनी के युवा कांग्रेस नेता दिव्यांशु मिश्रा ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय माधवराव सिंधिया को जिस शिद्दत से मान-सम्मान प्रतिष्ठा पूर्ण तरीके से स्थापित किया गया था,आज उतनें ही अपमानपूर्ण तरीके से प्रतिमा के गले में रस्सी बांधकर उन्हें हटाया गया, जो की दुर्भाग्यपूर्ण है. हम मांग करते है पूरे सम्मान के साथ उनकी प्रतिमा वापस से स्थापित की जाए.
जीतू पटवारी हुए नाराज
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने रविवार को आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि माधवराव सिंधिया हमारे वरिष्ठ नेता थे और उन्होंने हमेशा देश की सेवा की। हम इस घटना की पूरी तरह निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा सिंधिया परिवार से नफरत की है और इस घटना से यह और स्पष्ट हो गया है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी शिवराज सिंह चौहान के शासन में सिंधिया परिवार के साथ क्या हुआ था, वह जग जाहिर है। यह बात अलग है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया आज भाजपा में हैं। कांग्रेस पार्टी इस घटना की कड़ी निंदा करती है, इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जीतू पटवारी ने इस मामले में ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर से कोई प्रतिक्रिया न देने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह उनका निजी मामला हो सकता है कि वह इस पर प्रतिक्रिया क्यों नहीं दे रहे हैं, लेकिन इससे सरकार की नीयत का पता चलता है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि सरकार केवल कर्मचारियों पर कार्रवाई करके अपने पाप को छुपा नहीं सकती।