प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में आस्था की डुबकी लगाने के लिए लाखों श्रद्धालु उमड़ पड़े हैं। स्थिति यह है कि यूपी बॉर्डर से लेकर प्रयागराज तक लंबा ट्रैफिक जाम लग गया है। पुलिस प्रशासन को श्रद्धालुओं से वापस लौटने की अपील करनी पड़ रही है, लेकिन संगम में स्नान की आस्था के आगे सब बेबस नजर आ रहे हैं।
जाम के कारण दिग्विजय सिंह का दौरा रद्द
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को भी इस जाम की वजह से महाकुंभ स्नान का कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। रीवा से प्रयागराज जाने के लिए निकले दिग्विजय सिंह ने कहा कि हर जगह जाम लगा है और इस हालात में संगम स्नान संभव नहीं है। उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि “100 करोड़ की व्यवस्था की बात कही गई थी, लेकिन इतनी भीड़ को संभालने के लिए ठोस इंतजाम क्यों नहीं किए गए?”
VIP कल्चर पर साधा निशाना
दिग्विजय सिंह ने महाकुंभ में बढ़ते वीआईपी कल्चर पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि “जब मैं मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री था, तब भी एक आम आदमी की तरह स्नान में शामिल हुआ था। लेकिन अब वीआईपी कल्चर चरम पर है, मंत्री, विधायक और सीएम के कारण आम श्रद्धालुओं को परेशानी झेलनी पड़ रही है।” महाकुंभ में हाल ही में हुई भगदड़ की घटना पर भी दिग्विजय सिंह ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि इस भगदड़ में कितने लोगों की जान गई। “हर कोई मोक्ष चाहता है, लेकिन यहां हालात ऐसे हैं कि आस्था की डुबकी लगाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है।”
प्रयागराज में ऐतिहासिक भीड़
महाकुंभ 2025 में अब तक करोड़ों श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं, लेकिन भीड़ का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। ट्रैफिक जाम के कारण ना सिर्फ आम श्रद्धालु बल्कि वीआईपी लोग भी परेशान हो रहे हैं। प्रशासन की चुनौती है कि इस आस्था के सैलाब को कैसे संभाला जाए ताकि कुंभ शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो सके।