उरई । जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने आज जिला स्तरीय अधिकारियों से खुदरा उर्वरक विक्रेताओं की 25 दुकानों का औचक निरीक्षण कराया गया। इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि उर्वरक विक्रेताओं द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य वसूला न जाए और इस पर सख्ती से निगरानी रखी जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि किसानों को उर्वरक की सप्लाई में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी विक्रेता सरकारी निर्देशों के अनुसार उर्वरक की बिक्री करें। जिला स्तरीय अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान विभिन्न प्राइवेट दुकानों पर जाकर उर्वरक का स्टॉक और मूल्य की जांच की। इस दौरान, निरीक्षण में पाया गया कि इन दुकानों पर उर्वरक का पर्याप्त भंडार उपलब्ध था और विक्रेता निर्धारित मूल्य पर ही उर्वरक की बिक्री की जा रही है। अधिकारियों ने मौके पर मौजूद किसानों से भी बातचीत की, जिनका कहना था कि उन्हें उर्वरक सही रेट पर मिल रहा है और कोई परेशानी नहीं हो रही है। किसानों ने बताया कि निर्धारित मूल्य के अनुसार ही उर्वरक की आपूर्ति की जा रही है, जिससे उन्हें कोई अतिरिक्त खर्च नहीं उठाना पड़ रहा।जिलाधिकारी ने इस निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि उर्वरक वितरण व्यवस्था में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या भ्रष्टाचार नहीं होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि जनपद में उर्वरक की आपूर्ति सही ढंग से हो, ताकि किसानों को समय पर उर्वरक मिल सके और उनकी खेती में कोई विघ्न न आये।