भोपाल। महिला अधिकार मंच भोपाल इकाई की पदाधिकारियों ने हाल ही में भोपाल में आयोजित मैराथन में जोश और उत्साह के साथ भाग लिया। इस आयोजन के दौरान मंच की टीम ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया और महिलाओं को उनके अधिकारों, समानता और आत्मनिर्भरता के प्रति जागरूक किया। इस दौरान ‘स्वस्थ नारी से स्वस्थ परिवार’ का संदेश भी दिया गया। इस अवसर पर महिला अधिकार मंच की राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्योति सिंह ने कहा, मैराथन केवल फिनिश लाइन तक पहुँचना नहीं है, बल्कि यह हमें निरंतर आगे बढ़ने की सीख देता है। हमें जीवन की चुनौतियों से कभी हार नहीं माननी चाहिए, बल्कि आत्मविश्वास और मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखते हुए उनका सामना करना चाहिए।
भोपाल ज़िला अध्यक्ष नीता मनवानी ने कहा, स्वस्थ नारी से स्वस्थ परिवार और सशक्त नारी से शक्ति संसार का निर्माण होता है। उपाध्यक्ष वंदना सिंह ने मानसिक स्वास्थ्य को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा, मानसिक स्वास्थ्य ही जीवन की सच्ची ताकत है। जब मन स्वस्थ होगा, तो हर चुनौती का सामना करना आसान होगा।
कोषाध्यक्ष पूजा मंगतानी ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, अपना ख्याल रखना स्वार्थ नहीं, बल्कि ज़रूरी है। पहले खुद को स्वस्थ रखें, तभी दूसरों की देखभाल कर पाएंगी। जब नारी स्वस्थ होगी, तो परिवार और समाज खुशहाल रहेगा। सह-सचिव निशिका लालवानी ने कहा, महिलाओं को सबसे पहले अपने पोषण का ध्यान रखना चाहिए, तभी वे पूरे परिवार की देखभाल सही तरीके से कर पाएंगी।
वुमन्स काउंसलर मदीहा रेशमवाला ने मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता पर जोर देते हुए कहा, आइए हम इस विषय पर खुलकर बात करें और इसे सामान्य बनाएं। हम ऐसा कर सकते हैं और करेंगे भी। मंच की कोऑर्डिनेटर भावना शर्मा ने कहा, अगर एक महिला स्वस्थ होगी, तो वह दो परिवारों को स्वस्थ रख पाएगी। इसलिए हर महिला को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
सशक्त समाज के लिए मंच का संदेश :
मंच ने इस अवसर पर संदेश दिया कि किसी भी देश की प्रगति के लिए पुरुष और महिला दोनों का समान रूप से सशक्त होना आवश्यक है। मंच ने प्रतिभागियों को संकल्प दिलाया कि वे महिला और पुरुष के बीच सहयोग और समानता को बढ़ावा देंगे और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाएँगे।
महिला अधिकार मंच की भूमिका :
महिला अधिकार मंच कई वर्षों से बिना किसी सरकारी सहायता के महिलाओं के विकास, स्वास्थ्य जागरूकता और मासिक धर्म स्वच्छता को लेकर निःशुल्क और निस्वार्थ सेवा प्रदान कर रहा है। इस आयोजन के माध्यम से मंच की महिलाओं ने न केवल मैराथन में सक्रिय भूमिका निभाई, बल्कि प्रतिभागियों को सहयोग, समर्थन और प्रेरणा देकर महिला सशक्तिकरण अभियान को और मज़बूत किया।