सुनील शर्मा
उरई । जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने कल देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में कृषि विभाग की महत्वपूर्ण नमसा योजना की समीक्षा कर प्रगति संतोषजनक न होने पर समस्त भूमि संरक्षण अधिकारियों का स्पष्टीकरण के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि नमसा योजना से किसानों को मिलने वाली आय सुनिश्चित करने और टिकाऊ खेती के राष्ट्रीय मिशन के तहत राज्य सरकार की ओर से नेशनल मिशन फॉर सस्टेनिवल एग्रीकल्चर योजना (नमसा ) की शुरुआत की गई है। नेशन मिशन सस्टेनेबल एग्रीकल्चर नमसा योजना के तहत इकाई राष्ट्रीय जलागम जालौन प्रथम क्लस्टर रुदावली, इकाई राष्ट्रीय जलागम जालौन द्वितीय क्लस्टर करमुखा व पिपरीगहरवार, इकाई डी0पी0ए0पी0 क्लस्टर का चयन किया गया। जिससे जनपद के किसान जल्द ही इस योजना से लाभान्वित होकर पशुपालन सहित खेती के क्षेत्र में सतत विकास की ओर अग्रसर होंगे। उक्त योजना की प्रगति संतोष जनक न होने पर संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाते हुए निर्धारित कार्यमदों के सापेक्ष अभियान चलाकर लक्ष्य को पूर्ति करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने उप कृषि निदेशक व कृषि अधिकारी को निर्देशित किया कि नमसा योजना की प्रगति प्रतिदिन अनुश्रवण कर 15 दिवस के अंदर प्रगति में सुधार लाएं। रुचि न लेने वाले अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों को परम्परागत खेती के अलावा हॉर्टिकल्चर बेस्ड में बगीचा स्थापना, इसमें फसल पद्धत्ति के साथ फलदार पौधे, दलहन फसल व सब्जियां को लगाया जाएगा। गाय, भैंस, भेड़, बकरी जिसके अंतर्गत उन्नत गाय/भैस/ डेयरी के साथ मिश्रित खेती में चारा उत्पादन, ट्री बेस्ड फार्मिंग सिस्टम, लिया जाएगा। इसमें फलदार पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा सहायक गतिविधियों में वर्मी कंपोस्ट इकाई निर्माण करवाया जाएगा।
इस अवसर पर उप कृषि निदेशक सुशील कुमार उत्तम, समस्त भूमि संरक्षण अधिकारी आदि सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।