भावुक हुए जीतू पटवारी,पूर्व मंत्री बोलीं- अब आंसू छलकाने से कुछ नहीं होने वाला : कांग्रेस की बैठक में नहीं पहुंचे बड़े नेता..

Congress Meeting: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) कांग्रेस (Congress) के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी (Jitu Patwari) कांग्रेस (Congress) की पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठक में भावुक हो गए. बैठक में वरिष्ठ नेताओं और विशेष आमंत्रित सदस्यों की उपस्थिति में उन्होंने अपनी कठिनाइयों और पार्टी के लिए किए गए प्रयासों को लेकर खुलकर बात की. इस दौरान पटवारी ने कहा कि कठिन परिस्थितियों में मुझे प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई.

लोकसभा चुनाव (LOk Sabha Election) सिर पर थे और पार्टी एक कठिन दौर से गुजर रही थी. हाईकमान ने मुझ पर और आप सभी पर विश्वास दिखाया. जब आपका अनुभव और मेरा परिश्रम साथ आएगा, तो कांग्रेस को निश्चित रूप से अच्छे परिणाम मिलेंगे, लेकिन इसके लिए मुझे आपका पूरा साथ चाहिए. बताया जाता है कि ये बयान देते हुए पटवारी भावुक हो गए थे, क्योंकि उनका साथ देने के लिए इस बैठक में कई वरिष्ठ नेता नहीं पहुंचे थे.

बड़े नेताओं की अनुपस्थिति पर झलका दर्द

बैठक में दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और उमंग सिंगार जैसे वरिष्ठ नेताओं की गैरमौजूदगी में जीतू पटवारी का दर्द छलक पड़ा. उन्होंने कहा कि पार्टी को मजबूत करने के लिए सभी नेताओं का साथ आना बेहद जरूरी है. बताया जाता है कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के पहले से तय दौरे होने की वजह से वे बैठक में शामिल नहीं हो सके, जिसकी वजह से वे कांग्रेस की बैठक में शामिल नहीं हो सके थे.

पूर्व मंत्री बोलीं- अब आंसू छलकाने से कुछ नहीं होने वाला

पीसीसी चीफ जीतू पटवारी की पहली कार्य समित की बैठक में पूर्व कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, मीनाक्षी नटराजन, अजय सिंह, गोविंद सिंह, अरुण यादव की दूरी से जीतू पटवारी का दर्द झलक पड़ा और वे भावुक हो गए। पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को सलाह देते हुए कहा कि मायूस और आंसू छलकाने से कुछ नहीं होने वाला है। अब कांग्रेस की सरकार कैसे आए इस पर विचार करना होगा। बैटक के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने कहा कि बैठक में जीतू पटवारी भावुक हुए थे। ये आर्टिफिशियल आंसू नहीं थे। कठिन समय मे जीतू पटवारी अध्यक्ष बने है, मीटिंग में सबसे मदद मांगी है। हम सब एकजुट है, पार्टी में कोई दो फाड़ नहीं है।

वरिष्ठ नेता साथ देंगे, तो बदल सकते हैं हालात

जीतू पटवारी ने बताया कि उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी ऐसे समय में सौंपी गई, जब विधानसभा चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस के लिए स्थिति अनुकूल नहीं रही. पटवारी ने कहा कि पार्टी के लिए यह समय बेहद चुनौतीपूर्ण है. सभी नेताओं को एकजुट होकर पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करना होगा. बैठक में पटवारी ने साफ तौर पर कहा कि वरिष्ठ नेताओं का अनुभव और सक्रिय भागीदारी पार्टी के लिए बेहद अहम है. उन्होंने सभी नेताओं से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि एकजुटता से ही कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन कर सकती है.

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