सुनील शर्मा
उरई । जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने निराश्रित गोवंशों का संरक्षण, संवर्धन व राष्ट्रीय राजमार्गों पर निराश्रित गौवंशो के विचरण से होने वाली दुर्घटनाओं पर नियंत्रण हेतु वर्चुअल बैठक कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
राष्ट्रीय राजमार्गो पर निराश्रित गौवंश के विचरण से होने वाली दुर्घटनाओं पर नियंत्रण हेतु तैनात की गई टीम 3 शिप्ट में काम करें, हाईवे पर विचरण कर रहे अन्ना पशुओं को कैटल कैचर्स वाहन के माध्यम से एकत्रित कर आसपास स्थित कांजी हाऊस एवं गौशालाओं में संरक्षित करें, जिससे निराश्रित पशुओं के कारण नेशनल हाईवे पर घटित होने वाली अप्रिय घटनाओं पर पूर्णरुप से नियंत्रण स्थापित हो सके। पशु चिकित्सा अधिकारी स्थानीय स्तर पर गौशालाओं में तैनात कार्मिक स्टॉफ को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के साथ समन्वय स्थापित करते हुये हाईवे पर आवारा जानवरों की निगरानी हेतु दिन एवं रात की अवधि में डयूटी लगायें। निजी पशुपालकों के गौवंश हाईवे पर विचरण न करें इसके लिए उन्हें प्रेरित करें, अन्यथा नोटिस देते हुये सम्बन्धित पशुपालकों के विरुद्व पशु क्रूरता अधिनियम की सुंसगत धाराओं के तहत कार्यवाही अमल में लायें। उन्होंने समस्त खंड विकास अधिकारी व अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया कि निराश्रित गोवंश सड़कों पर विचरण करते पाए गए तो संबंधित की जवाब देही तय की जाएगी। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी, उप जिलाधिकारियों व नोडल अधिकारियों, पशु चिकित्सा अधिकारी व नोडल अधिकारी गौशालाओं का निरंतर भ्रमण कर साफ सफाई, हरा चारा, पानी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराएंगे साथ ही बीमार गोवंशों का समुचित उपचार भी दिया जाए। यह भी सुनिश्चित कराया जाए कि गौशालाओं में तैनात केयर टेकर द्वारा समय से चारा, पानी, सीसीटीवी कैमरा संचालित रहे और बीमार गोवंशों की सूचना संबंधित अधिकारी व पशु चिकित्सा अधिकारी को उपलब्ध कराई जाए।