उरई । 50 लाख से अधिक लागत की परियोजनाओं के निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने यू०पी० प्राजेक्ट्स कारपोरेशन लि० की निर्माण इकाई-12, झॉसी द्वारा जनपद जालौन के राजकीय मेडिकल कॉलेज में 50 शैय्या क्रिटिकल केयर यूनिट ब्लाक और निर्माणाधीन तहसील का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान राजकीय मेडिकल कॉलेज में 50 शैय्या क्रिटिकल केयर यूनिट ब्लाक में बीम तिरछा होने पर जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए और मानकों के अनुसार ही निर्माण कार्य कराया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि मानक विहीन निर्माण करने वाले कार्यदायी संस्थाओं और ठेकेदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। इसी क्रम में जिलाधिकारी ने इस परियोजना का बारीकी से निरीक्षण करते हुए निर्माणाधीन तहसील में चल रहे कार्यों की गुणवत्ता का भी अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि ईंटों की गुणवत्ता खराब थी, जिसे तत्काल प्रभाव से बदलने के निर्देश दिए। साथ ही ईंटों का सैंपल लिया गया जिसे परीक्षण हेतु लैब भेजने हेतु निर्देशित किया। पाण्डेय ने कहा कि मानक विहीन निर्माण कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी कार्य गुणवत्ता के मानकों के अनुरूप हों।
राजकीय मेडिकल कॉलेज के 50 शैय्या क्रिटिकल केयर यूनिट ब्लाक का निर्माण कार्य जी+2 मंजिला है। इसमें भूतल पर कुल 08 बेड्स हैं, जिसमें आइसोलेशन रूम (02 बेड्स), इमरजेंसी (04 बेड्स) और मेटरनिटी (02 बेड्स) शामिल हैं। प्रथम तल पर कुल 26 बेड्स हैं, जिसमें आइसोलेशन वार्ड (24 बेड्स) और डायलिसिस (02 बेड्स) की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, द्वितीय तल पर आईसीयू/एचडीयू के लिए 16 बेड्स का निर्माण प्रस्तावित है, जिसमें 02 पीडियाट्रिक बेड भी शामिल हैं। परियोजना में वेट राइजर, स्प्रिंकलर सिस्टम, फायर अलार्म सिस्टम, और अन्य बाहरी विकास कार्य जैसे कि यूजी टैंक, आरसीसी रोड, स्टॉर्म वाटर ड्रेन, बाह्य सीवर लाइन, सेप्टिक टैंक, और रेन वाटर हार्वेस्टिंग शामिल हैं। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन सभी कार्यों को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए।
इस निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि परियोजनाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए और गुणवत्तापूर्ण कार्य किया जाए।
निरीक्षण के दौरान राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य अरविंद त्रिवेदी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद्र देव शर्मा, निर्माण इकाई-12, झॉसी के परियोजना प्रबन्धक इं० शैलेष कुमार सिंह, सहायक परियोजना प्रबन्धक इं० मनीष वर्मा एवं अवर अभियन्ता शिंका द्विवेदी उपस्थित रहें।