उरई । दबंग मौरंग माफियाओं की जबरन जिलों की सीमाओं की बंदिश को तोड़ने का काम किया जा रहा है आपको बता दें कि बुंदेलखंड में मौरंग का खेल बड़े पैमाने पर खेला जा रहा है शासन से जिलों को अलग अलग राजस्व का लक्ष्य दिया जाता है जिसकी पूर्ति के लिए एक जिले से दूसरे जिले की सीमा सील की जाती है लेकिन हमीरपुर से संचालित मौरंग खंड चिकासी 24/17 स्वीकृत है जिसको सुशील तोमर नामक व्यक्ति संचालित कर रहा है उक्त खंड को हमीरपुर से ही संचालित होना चाहिए लेकिन दबंग माफिया इसको जालौन की सीमा से निकासी कर यहां के राजस्व को चूना लगाने में लगा है हमीरपुर प्रशासन को उक्त पट्टा धारक पर कार्रवाई करनी चाहिए जो नहीं कि जा रही है । जालौन के अधिकारियों को भी यह अवैध कार्य वैध दिखाई दे रहा है । हमीरपुर के मौरंग खंड चिकासी को जालौन के रास्ते से निकासी कर रहे माफियाओं के आगे जालौन प्रशासन नतमस्तक दिखाई दे रहा है । प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में ट्रकों की निकासी उरई के मुहाना गांव से हो रही है जबकि मुहाना अभी हाल ही में मौरंग खंड स्वीकृत हुआ है जिसका संचालन कुछ ही दिनों में शुरू होने वाला है हमीरपुर के चिकासी मौरंग खंड संख्या 24/17 के रास्ते को यदि बंद नहीं किया गया तो झगड़े की संभावना पनपती दिखेगी जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी । दबंग माफिया के द्वारा जो अवैध रास्ता तैयार किया गया इसमें कहीं न कहीं जिला खनिज अधिकारी जालौन की मौन स्वीकृति दिखाई दे रही है तभी लंबे समय से जिलों की सरकार द्वारा लगाई गई बंदिश को तोड़ा जा रहा है और दूसरी ओर जिला खनिज अधिकारी की चुप्पी इस बात की तस्दीक करती है । माफियाओं द्वारा मौरंग खंड चिकासी से मुहाना आने के लिए नदी की जलधारा को रोककर कच्चा पुल का निर्माण किया गया जो अवैध माना जाता है राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के अनुसार नदी की बहती धारा को रोककर खनन करना अपराध की श्रेणी में आता है ।वहीं अपर जिलाधिकारी संजय कुमार का कहना है कि यदि अवैध रास्ता बनाकर जिले की सीमा को भेदा गया है तो उक्त पट्टा धारक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी क्योंकि शासन स्तर पर एक जिले से दूसरे जिले में आने के लिए नदी में पुल नहीं बनाया जा सकता यदि ऐसा किया गया है तो हमीरपुर प्रशासन से बात करके ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी