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10 Jan 2025, Fri

गांव गांव पाँव यात्रा के दूसरे चरण समापन में उतरा जन सैलाब – अनेक संगठनों ने दिए समर्थन पत्र 

उरई- दिनांक 10 जनवरी 2025- पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग लेकर बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों द्वारा बुंदेलखंड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष राजा बुंदेला के नेतृत्व में निकाली जा रही पदयात्रा उरई नगर के एस आर इण्टर कॉलेज से होते हुए टाऊन हॉल उरई पहुंची ।

राजा बुंदेला इस पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे थे l राजा बुंदेला ने एस आर इंटर कॉलेज में बुंदेलखंड राज्य की मांग का महत्व समझाते हुए कहा कि यह बुंदेलखंड के लोगों के भविष्य की लड़ाई है। हम सभी साथियों को एक साथ मिलकर बुंदेलखंड की लड़ाई लड़नी है।

हमारे युवा रोजगार के लिए बुंदेलखंड छोड़ रहे हैं ।

उन्होंने जिले के बीहड़ क्षेत्र से हो रहे पलायन के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि रोजगार के कम अवसर होने की वजह से लोग पलायन कर रहे हैं।अब डकैत नहीं बचे पर पेट पालने के लिए लोगों को घर छोड़कर जाना पड़ रहा है। झांसी स्टेशन पर दिल्ली और मुंबई जाने वाली गाड़ियों को देखो कैसे हमारे लोग बोरी में अपना जीविका का सामान भरकर नौकरी के लिए जाते हैं । कोई पल्लेदारी करता है , कोई फैक्ट्री में काम करता है तो कोई मजदूरी करता है । यह आर्थिक दृष्टि से भी गलत है कि एक प्रांत की 67% आबादी सिर्फ रोजगार के लिए अपना गृह छोड़कर जा रही है। सरकारें कब चेतेंगी अलग बुन्देलखण्ड बनेगा तभी ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर विकसित होंगे। सात नदियों का पानी बुन्देलखण्ड में होने के बाद भी बुन्देलखण्ड प्यासा है ।

*बुन्देलखण्ड अलग राज्य जनता की मांग

राजा बुंदेला ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हम जहां भी जा रहे है वहां लोग मजबूती के साथ कहते है कि बुंदेलखंड अलग राज्य होना चाहिए। भाषाई आधार पर राज्यों का गठन किया गया था इसमें हमारी बुंदेलखंडी अलग भाषा है। हमारा भी अलग राज्य होना चाहिए। हमारी संस्कृति अलग है और हमारे स्थानीय त्योहारों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान नहीं मिलना निराशाजनक है। टूटी सड़कों पर तंज कसते हुए बुंदेला ने कहा कि मुख्य मार्ग तो बन गए हैं पर असली बुन्देलखण्ड गांवों में बसता है और एक गांव से दूसरे गांव को जोड़ने वाली सड़कें बदहाल स्थिति में हैं जिससे रोजगार के अवसर विकसित करने का मौक़ा ही नहीं बनता । अलग बुंदेलखंड बनेगा तो यह बदहाली दूर होगी ।

हर जगह हुआ भव्य स्वागत

मार्ग में तमाम जगह पर व्यापारियों, किसानों, युवाओं व विभिन्न संगठनों ने पुष्प वर्षा कर पदयात्रा का स्वागत किया। आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि बुंदेलखंड राज्य अवश्य बनेगा। बुंदेलखंड राज्य बना तो तरक्की के नए मापदंड तय करेगा। शिक्षक नेता अशोक राठौर,डा आश्रय सिंह (यात्रा संयोजक ), कुंवर सत्येंद्र पाल सिंह झाँसी, जयराम सिंह बाँदा, रामजी लाल पाण्डेय से दीपक पाण्डेय, डॉ उमा शंकर सोनी, अमन सोनी, शिवम चौहान सोनू (अध्यक्ष बुन्देली सेना जालौन ), कल्याण सिंह महाविद्यालय एट से सुरेन्द्र पाल सिंह, प्रताप सिंह बुंदेला (किसान नेता ), व्यापारी नेता दिलीप सेठ ने भी सभा को संबोधित किया। अन्य वक्ताओं ने कहा कि बुन्देलखण्ड पृथक राज्य बनाना चाहिए, बुंदेलखंड,पूर्वांचल और हरित प्रदेश राज्य का निर्माण बनना आवश्यक है।

पूर्व काल में बुंदेलखंड का दो राज्यों में विभाजन कर दिया गया। उसके बाद भी बुंदेलखंड अपने अस्तित्व को बचाये है।

यह गौरव और अस्तित्व बचा रहे इसके लिए बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चा पृथक बुंदेलखंड के लिए गाँव-गाँव काम कर रही है। बुंदेलखंड हर बुंदेलखंडी की मांग है। इस पदयात्रा के माध्यम से सरकार तक अपनी बात पहुंचाई जाएगी। अलग राज्य बनने पर बुँदेलखण्ड भारत का मुकुट बनेगा। इस अवसर पर राजा बुंदेला ने कहा कि बुंदेलखंड की लड़ाई को जनमानस तक ले जाने के लिए यह पदयात्रा आयोजित की गई है। भाजपा छोटे राज्यों की समर्थक है। हमें आशा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नया बुंदेलखंड 2027 तक आकार लेगा और जल्द बुंदेलखंड की घोषणा होगी। लेकिन हमें सरकार तक बुंदेलखंड की बात पहुँचाना है।

 

*टाऊन हॉल पर जमकर बरसे बुंदेला*

बुन्देलखण्ड आई आई टी, एम्स, एयरपोर्ट नहीं है । बच्चों के खेलने के लिए स्टेडियम एवं स्पोर्ट्स कालेज नहीं है। अंतर राष्ट्रीय पटल पर हमारा किसी भी क्षेत्र में प्रतिनिधित्व नहीं है। यह आज के युवाओं की लड़ाई है। हमारे बीच में मौजूद बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ है । 70 साल सरकारों ने सिर्फ बुन्देलखण्ड को लूटा है मिट्टी,गिट्टी, मौरंग , पानी सब लुटा है। हम टैक्स देते है पर सुविधाओं के नाम पर सिर्फ झुनझुना मिलता है । अलग बुंदेलखंड बनेगा तभी युवाओं के उज्जवल भविष्य का सपना पूरा होगा ।

 

*7 नदियों का पानी बुन्देलखण्ड में ,फिर भी किसान प्यासा है*

बुन्देलखण्ड में 7 नदियों बहती है , इसके बावजूद बुन्देलखण्ड के किसानों को पानी के लिए परेशान होना पड़ता है। नहरों में पानी नहीं आता , सिंचाई के लिए ट्यूबवेल पर निर्भर किसान , बिजली के बिलों से परेशान है। मटर महोत्सव तो होता है पर मटर का क्रय केंद्र नहीं खुलता है । अब तो जागो, और अब भी नहीं जागे तो हमारे बच्चों का भविष्य खतरे में आएगा ।

डॉ आश्रय सिंह (यात्रा संयोजक) ने विभिन्न संगठनों का एक मंच पर आने का स्वागत किया। उन्होंने अन्य संगठनों से भी पदयात्रा से जुड़ने का आह्वान किया। यात्रा में नगर एवं ग्रामीणों ने भारी संख्या में समर्थन दिया और साथ ही साथ ग्राम प्रधानों ने प्रथक बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण हेतु राजा बुंदेला को समर्थन पत्र सौंपा। साथ ही मिलने वाला जन समर्थन के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर राजा बुंदेला जी के साथ अशोक राठौर (शिक्षक नेता )सत्येंद्र पाल सिंह (अध्यक्ष क्रांति दल), जय राम सिंह बछेउरा बाँदा,प्रताप बुंदेला (किसान नेता )सुरेन्द्र पाल सिंह डा.आश्रय सिंह (यात्रा संयोजक ), शिवम चौहान सोनू( अध्यक्ष बुन्देली सेना जालौन ) दीपक पाण्डेय (रामजी लाल पाण्डेय )उमाशंकर सोनी पुष्पेंद्र सिंह,सोनू चौहान हिम्मतपुर,पवन निषाद निषाद,शशि सोमन्द्र सिंह श्रद्धा सेंगर, रेखा वर्मा,प्रीति गुप्ता अमित नीखरा,पूजा शुक्ला,विनीता पाण्डेय,सीमा सिंह जादौन, मो. नईम,रामवीर सिंह,राघव सिंह,केटी तोमर, देवेंद्र सिंह, अमित सोनी, विनय महेवा, रवि महेवा, सोनू प्रधान, गौरव महेवा,आर एन उपाध्याय, आर के सहरिया, जयंत बुंदेला,अरुण गुप्ता, यदुवेन्द्र सिंह, प्रेम मिश्रा, भोलेन्द्र सिंह, रविकांत निगम, डा दिनेश सिंह, दिलीप सेठ,हरीश शुक्ला,आर पी सिंह, सरजू प्रसाद,सुनील शर्मा, सी एम राय, एके राय, सतीश शर्मा, ब्रजपाल सिंह,पुष्पेंद्र सिंह चौहान आदि मौजूद रहे।

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