मध्यप्रदेश सहित देशभर में शनिवार (2 नवंबर ) को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जा रहा है। धर्मनगरी उज्जैन में हमेशा की तरह गोवर्धन पूजा पर अनोखी परंपरा निभाई गई। बाबा महाकाल की नगरी से 76 किमी दूर बड़नगर के भिड़ावद गांव में शनिवार को लोगों के ऊपर से गाय का झुंड दौड़ते हुए निकाला। दर्जनों गाय लोगों को पैरों से रौंदने हुए निकली लेकिन किसी को चोट नहीं आई। मान्यता है कि गाय में 33 कोटि के देवी देवताओं का वास है। उनके पैरों के नीचे आने से भगवान का आशीर्वाद मिलता है। इसलिए सदियों से गांव में अनोखी परंपरा का निर्वहन किया जाता है।
किसी को एक खरोंच तक नहीं आई
भिड़ावद के ग्रामीणों की मानें तो अनोखी परंपरा का सदियों से निर्वहन किया जा रहा है। गौरी पूजन पर उपवास रखने वाले ग्रामीण 5 दिन मंदिर में रहकर भजन-कीर्तन करते हैं। दिवाली के दूसरे दिन अल सुबह गायों के पूजन के बाद गांव में जमीन पर लेट जाते हैं। इसके बाद गांव की एक दर्जन से अधिक गायें उनके ऊपर से एक साथ दौड़ती हुई निकलती हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गाय के पैरों के नीचे आकर आज तक कोई घायल नहीं हुआ। किसी को एक खरोंच तक नहीं आई।