नवरात्रि के दूसरे दिन यानी कि शुक्रवार की रात गुजरात की राजधानी गांधीनगर के एक गरबा मैदान में विश्व हिंदू परिषद-बजरंग दल और पुलिस के बीच झड़प हो गई। हालात बिगड़ने पर पुलिस को हल्का लाठीचार्च भी करना पड़ा। ‘द शेरीफेयर’ नाम के इस गरबे में विवाद की शुरुआत तिलक लगाने की बात पर हुई थी।
वीएचपी और बजरंग दल के करीब 70 कार्यकर्ता गरबा में शामिल होने वालों को तिलक लगाने पहुंचे थे। इसी दौरान उनका गरबा आयोजकों की सिक्युरिटी टीम और बाउंसर्स से विवाद हो गया। कुछ ही देर में मामला मारपीट में बदल गया, जिससे मैदान के अंदर और बाहर अफरा-तफरी मच गई। हालात बिगड़ने पर पुलिस को हल्का बलप्रयोग करना पड़ा। इस पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है। हालांकि, किसी ने भी थाने में मामला दर्ज नहीं कराया है।
वहीं, इस मामले में विश्व हिंदू परिषद के गुजरात प्रांत के अध्यक्ष अशोक रावल ने दिव्य भास्कर से बातचीत में कहा कि बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता इस गरबा में शामिल होने वाले लोगों को तिलक लगाने पहुंचे थे। गरबा आयोजकों के बाउंसरों ने हमें रोकने की कोशिश की। बाउंसरों में ज्यादातर मुस्लिम युवक थे, जो हमारे साथ मारपीट करने लगे। विवाद होने की यही वजह थी। मैदान में गरबा आयोजकों की टीम का कोई सदस्य नहीं था। इस पर तुरंत ध्यान दिया जाना चाहिए
गरबा में मौजूद कुछ लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस गरबे का फैमिली एंट्री पास वैसे तो 5 हजार रुपए का था, लेकिन जबर्दस्त भीड़ के चलते पास 15 हजार से 25 हजार रुपए तक में बेचा गया। पास न मिलने की वजह से कईयों को मैदान से लौटना पड़ा। गरबा के लिए हर दिन का ड्रेस कोड भी है। शुक्रवार की रात यहां लोगों को व्हाइट ड्रेस में आना था।