mp news: मध्यप्रदेश में रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है। लगभग हर दूसरे दिन कहीं न कहीं लोकायुक्त रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ रही है लेकिन इसके बावजूद रिश्वतखोर बाज आते नजर नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के बाड़ी का है जहां नगर पालिका में हो रहे रिश्वतखोरी के बड़े खेल का पर्दाफाश हुआ है। बाड़ी नगर पालिका के सीएमओ ने अपने अधीनस्थ दो कर्मचारियों को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेने के लिए भेजा था जिन्हें लोकायुक्त ने रंगेहाथों पकड़ा है।
लोकायुक्त अधिकारी संजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि भोपाल के रहने वाले राजेश मिश्रा ने साल 2021 में नगर पालिका परिषद बाड़ी में श्मशान घाट का निर्माण कराया था जिसका भुगतान साल 2023 में कर दिया गया। लेकिन निर्माण कार्य के टेंडर के साथ अमानत के तौर पर जमा की गई राशि 3 लाख 40 हजार रूपए की एफडी को रिलीज करने के एवज में बाड़ी नगर पालिका सीएमओ बद्री प्रसाद शर्मा उससे 1 लाख रुपए की रिश्वत की मांग कर रहे थे जिसकी शिकायत आवेदक राजेश मिश्रा ने लोकायुक्त कार्यालय भोपाल में की थी।
लोकायुक्त ने शिकायत की जांच की और शिकायत सही पाए जाने पर शुक्रवार 13 दिसंबर को फरियादी राजेश मिश्रा को रिश्वत के रूपए देने के लिए भेजा। रिश्वतखोर सीएमओ बद्री प्रसाद शर्मा ने अपने अधीनस्थ कंप्यूटर ऑपरेटर शुभम जैन व जय कुमार को रिश्वत की राशि लेने के लिए भेजा। जैसे ही भोपाल में एमपी नगर इलाके में शुभम जैन ने फरियादी राजेश मिश्रा ने 40 हजार रूपए नकद व 60 हजार रूपए का चैक लिया तो लोकायुक्त ने उसे रंगेहाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त ने शुभम के साथ ही उसके साथी जयकुमार व सीएमओ बद्री प्रसाद शर्मा को भी आरोपी बनाया है।