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22 Jan 2025, Wed

भगवान भरोसे चल रहे बालक छात्रावास अधीक्षक रहते घरों में 

अरुण कुमार शेंडे

रायसेन विधानसभा क्षेत्र सांची इन दिनों सरकार द्वारा संचालित हरिजन आदिवासियों को ठहरने एवं भोजन पानी की सुविधाओं से तैयार छात्रावासों की जिम्मदारो की मनमानी के चलते हालत दयनीय बनकर रह गई है इन छात्रों के नाम पर जिम्मेदारी सम्हालने वाले बारे न्यारे हो रहे हैं जिम्मेदार सुध नहीं ले पा रहे हैं जानकारी के अनुसार इस नगर सहित आसपास लगभग पांच छात्रावास दूर दराज के छात्र छात्राओं के लिए शिक्षा विभाग सर्वसुविधायुक्त सुविधाओं से तैयार कर ठहरने खाने पीने की व्यवस्था सहित उनके देखरख की जिम्मेदारी हेतु संचालित किये जा रहे है परन्तु इन छात्रों को ठहरने के नाम पर भगवान भरोसे छोड़ दिया जाता हैं जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी अपने घरों में रहकर पूरी करने में पीछे नहीं दिखाई देते इन छात्रावासों की सुध लेने की फुरसत विभाग को नही मिल पा रही हैं हालांकि काफी समय पहले सीएमराइज स्कूल में छात्र छात्राओं को लाने ले जाने के लिए बसों का शुभारंभ करने के उपरांत पूर्व मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक डा प्रभूराम चौधरी ने सांची स्थित कन्या छात्रावासों का औचक निरीक्षण कर लिया था तब इन छात्रावासों मे काफी कमियां उजागर हुई थी तब उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों की लताड़ भी लगा दी थी तथा समय समय पर इनकी जांच पडतात के निर्देश भी दिये गए थे बावजूद इसके छात्रावासों का ढर्रा सुधरने का नाम नहीं ले रहा है यही हाल आमखेड़ा स्थित उत्कृष्ट बालक छात्रावास जो सांची से लगभग तीन किमी दूर सुने मे संचालित किया जा रहा है इस छात्रावास में लगभग 50 छात्रों के रहने खाने पीने की व्यवस्था सरकार द्वारा की गई है परंतु इस छात्रावास में इन दिनों मात्र पांच छात्र ही ठहरकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जबकि इन छात्रों के लिए नियम सांस्कृतिक कार्यक्रमों खेलकूद खाने पीने के नियम तो बना डाले परन्तु इन छात्रों को न तो किसी खेलकूद न ही किसी सांस्कृतिक कार्यक्रम मे ही प्रोत्साहित करने कदम उठाए जाते बल्कि शासन द्वारा तैयार मीनू का ही पालन हो पा रहा है इस छात्रावास में वर्षों से जमे अधीक्षक जो सांची मे अपने आवास पर रहकर मनमर्ज़ी से आना जाना करने का बताया जाता है तथा इन दूर दराज के छात्रों को यहाँ भगवान भरोसे छोड़ दिया जाता है इतना ही नहीं इस छात्रावास में दिनदहाड़े मुख्य द्वार पर ताला जड दिया जाता हैं तथा अपने होने की उपस्थिति यहाँ अपनी कार खडी कर दर्शाई जाती हैं जब इस छात्रावास मे उपस्थित छात्रों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जितेंद्र जो 11 वी कक्षा की पढाई कर रहा है कारीटोर गांव का है तथा प्रहलाद भी 11 वी का छात्र है चांदना गांव का है बिसाल जो दसवीं कक्षा का छात्र है एवं शेखर सुंड एवं कायमपुर के हैं जो दसवीं एवं नवी कक्षा में अध्ययन रत हैं जो यहां से सांची तीन किमी सीएमराइज स्कूल में शिक्षा ग्रहण करते हैं उन्होंने बताया कि रात मे एक चौकीदार रहता है तथा एक साफसफाई के लिए बाई रखी गई है तथा एक बाई भोजन की व्यवस्था करने लगाई गई है इसके साथ ही मीनू अनुसार शाम मे इन्हें चाय स्वल्पाहार की व्यवस्था है परंतु मिल नहीं पाती साथ ही मीनू अनुसार साफसफाई बागवानी टेलीविजन कोचिंगजैसे अनेक मीनू तो बना दिये गए परन्तु यह मीनू छात्रों की पहुंच से बहुत दूर दिखाई देते हैं जबकि इस छात्रावास की सम्पूर्ण जिम्मेदारी रमेश कुमार रजक सहायक शिक्षक के हाथों में सौपी गई है जिनका आवास सांची मे होने के कारण अधिकांश समय छात्रावास में न रहकर सांची मे गुजरता है इसके साथ ही मोहन सिंह कुशवाह जो जल वाहक स्थाई कर्मी हैं छात्रावास की सभी जिम्मेदारी सौंपी गयी है बावजूद इसके छात्रों को छात्रावास में भगवान भरोसे रहना पड रहा है इस स्थिति मे इन छात्रों की कहीं कोई सुरक्षा के इंतजाम भी नही दिखाई देते है

By archana

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