MP News: मध्य प्रदेश में एक बार फिर साइबर अपराध का बड़ा मामला सामने आया है. बता दें कि प्रदेश के ग्वालियर में एक BSF के जवान को 32 दिन तक डिजिटल अरेस्ट किया गया, जिसे लेकर जीतू पटवारी ने सरकार पर निशाना साधा था, ऐसे में साइबर अपराध के बढ़ते मामले को लेकर सीएम मोहन यादव पूरी तरह से सख्त हो गए हैं, उन्होंने प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर और एसपी को निर्देश दिए हैं कि ऑनलाइन ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, साथ ही साथ कहा है कि डिजिटल अरेस्ट के खिलाफ तेजी से से जागरूकता फैलाई जाए. इसके अलावा क्या कुछ कहा जानते हैं.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक बार फिर लोगों को ठगों से सावधान रहने की ताकीद की है. एक्स पर पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा कि साइबर ठग दहशत फैलाने के लिए विभिन्न हथकंडे अपना रहे हैं. उन्होंने सभी जिलों के कलेक्टर और एसपी को ऑनलाइन ठगी की शिकायत पर सख्त एक्शन लेने को कहा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों में डिजिटल अरेस्ट के खिलाफ तेजी से जागरूकता भी फैलाई जाए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी “मन की बात” कार्यक्रम में डिजिटल अरेस्ट पर बात की. उन्होंने लोगों को जागरूक करने के लिए कहा था कि डिजिटल अरेस्ट जैसा कोई प्रावधान नहीं है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए सरकार और पुलिस प्रशासन भी लगातार जागरूकता अभियान चला रहे हैं.
सरकार ने कही सतर्कता की बात
CM यादव ने कहा कि ऑनलाइन ठगों के जाल से बचने के लिए जागरूकता बेहद जरूरी है. सरकार हर जिले में डिजिटल ठगी के खिलाफ व्यापक अभियान चलाने जा रही है. जानकारी के लिए बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब मध्य प्रदेश में ऐसी घटना हुई है. राज्य में साइबर ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं जिनमें लोगों को डिजिटल अरेस्ट जैसे झूठे दावे और धमकियों के जरिए बुरी तरह से ठगा गया है.
बचने के लिए आम लोग करें क्या ?
अनजान नंबरों से आए कॉल या मैसेज का तुरंत जवाब न दें.खुद को अधिकारी बताने वाले लोगों से सतर्क रहें.अगर कोई बैंक खाते या पैसों की मांग करे, तो उसकी जानकारी पुलिस को दें.साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज करें.