भोपाल:मध्य प्रदेश के आयुष विभाग से जुड़े डॉक्टर्स और कर्मचारियों की रिटायरमेंट की उम्र 60 से 65 साल होने जा रही है. भोपाल के शासकीय पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेदिक संस्थान में तीन दिन चलने वाले अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन के शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इसका ऐलान किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी रिटायरमेंट की उम्र 65 साल करने में कोई परेशानी नहीं है. मुख्यमंत्री ने उज्जैन में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस नेशनल इंस्टीट्यूट खोलने का भी ऐलान किया. आयुर्वेद महासम्मेलन तीन दिनों तक चलेगा.
मुख्यमंत्री बोले आयुर्वेद की दवा से बना सीधे सीएम
अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि “आमतौर पर लोग कहते हैं कि आयुर्वेद की दवाई देर से असर करती है, लेकिन मुझे तो आयुर्वेद की दवाई ने तेजी से असर किया. मेरे पास आयुष विभाग था, इसके बाद सीधे मुख्यमंत्री बन गया. मुख्यमंत्री ने कहा आयुर्वेद हजारों साल पुरानी परंपरा है. आज पूरी दुनिया आयुर्वेद की तरफ देख रही है. देश के प्रधानमंत्री तो आज इसके ब्रांड एंबेसडर हैं. उन्होंने हर मोर्चे पर आयुर्वेद को प्रमोट किया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में आयुर्वेद को जानने और समझने के लिए दुनिया की जिज्ञासा बढ़ रही है. इसके साथ ही हमारी जिम्मेदारी भी बढ़ती जा रही है. हमारी कोशिश होनी चाहिए कि आयुर्वेद के मूल भाव को हम बनाए रखें. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 लागू होने के बाद से ही एक ही विश्वविद्यालय में सभी तरह के कोर्सेस पढ़ाने की अनुमति दी गई है.”