जनपद जालौन के कलेक्ट्रेट कार्यालय में विभिन्न प्रमाण-पत्रों और अन्य आवश्यक कार्यों के लिए अब नगद भुगतान स्वीकार नहीं किया जाएगा। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने आदेश जारी कर बताया कि कार्यालय को पेपरलेस और कैशलेस बनाने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। अब प्रमाण-पत्रों और अन्य सेवाओं के शुल्क का भुगतान क्यूआर कोड या संबंधित खाता संख्या में ऑनलाइन जमा (Deposit Slip) के माध्यम से किया जाएगा।
कलेक्ट्रेट स्थित विभिन्न पटलों पर हैसियत प्रमाण-पत्र, चरित्र प्रमाण-पत्र, पेट्रोल पंपों की अनापत्ति प्रमाण-पत्र, शस्त्र अनुभाग के कार्यों सहित अन्य प्रयोजनों के लिए पहले रेडकास, राइफल क्लब, खेल प्रोत्साहन समिति एवं जिला गौ संरक्षण समिति की रसीदें काटने हेतु नगद धनराशि स्वीकार की जाती थी। लेकिन अब इस प्रक्रिया को डिजिटल भुगतान प्रणाली से जोड़ा गया है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि किसी भी पटल सहायक को किसी भी दशा में नगद धनराशि स्वीकार करने की अनुमति नहीं होगी। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। इस बदलाव से सरकारी कार्यालयों में पारदर्शिता बढ़ेगी और कैशलेस भुगतान प्रणाली को बढ़ावा मिलेगा। नए आदेश के तहत अब लोग अपने प्रमाण-पत्रों और अन्य कार्यों से संबंधित भुगतान सीधे क्यूआर कोड स्कैन करके या बैंक खाता संख्या में ऑनलाइन ट्रांसफर करके कर सकेंगे। इससे भुगतान प्रक्रिया तेज होगी और सरकारी कार्यों में अनावश्यक देरी नहीं होगी। इस पहल के लागू होने से जनपद जालौन में डिजिटल इंडिया अभियान को मजबूती मिलेगी और सरकारी कार्यों में सुविधा, पारदर्शिता और सुगमता आएगी।