सुनील त्रिपाठी/रविन्द्र आर्य
प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस
जयपुर : श्री शक्ति पीठ, राजस्थान एक धार्मिक और आध्यात्मिक संस्था है, जो समाज के उत्थान और सेवा के लिए समर्पित है। इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय संस्कृति, सनातन धर्म और वैदिक परंपराओं का संरक्षण और प्रचार-प्रसार करना है। इसके अलावा, यह संस्था समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को पुनर्जीवित करने का प्रयास करती है।
श्री शक्ति पीठ, राजस्थान के विशेष कार्य:
धार्मिक और आध्यात्मिक शिक्षा: संस्था द्वारा वेद, पुराण, उपनिषद, और गीता जैसे धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन और शिक्षण किया जाता है। इसका उद्देश्य समाज में आध्यात्मिक जागरूकता फैलाना और लोगों को धर्म के मार्ग पर प्रेरित करना है।
कथावाचन एवं प्रवचन: श्री शक्ति पीठ नियमित रूप से धार्मिक प्रवचन और कथा वाचन के कार्यक्रम आयोजित करती है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से साध्वी समदर्शी गिरी जैसे वक्ता समाज को धार्मिक, नैतिक और जीवन मूल्यों की सीख देते हैं।
सेवा कार्य: यह संस्था जरूरतमंदों की सेवा में भी योगदान देती है, जैसे कि गरीबों के लिए भोजन वितरण, शिक्षा में मदद, और चिकित्सा शिविरों का आयोजन। इसके माध्यम से वे समाज के हर वर्ग के लिए सहयोग और समर्थन का काम करते हैं।
महिला सशक्तिकरण:श्री शक्ति पीठ महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम और कार्यशालाओं का आयोजन करती है। इसमें धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ महिलाओं के लिए विभिन्न कौशल विकास के कार्यक्रम भी शामिल हैं।
संस्कृति और परंपराओं का संरक्षण:* संस्था विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक त्योहारों और अनुष्ठानों का आयोजन कर भारतीय संस्कृति और परंपराओं का संरक्षण करती है। इसका उद्देश्य समाज में सांस्कृतिक मूल्यों की जागरूकता बढ़ाना है।
श्री शक्ति पीठ, राजस्थान, इन प्रयासों के माध्यम से समाज में धर्म, सेवा, और सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देने का कार्य करती आ रही है। इसके माध्यम से लोगों के बीच भक्ति, सेवा, और नैतिकता की भावना जागृत होती है।