सुनील शर्मा
उरई (जालौन) अर्थबॉय इको-फ्रेंडली आरओ वॉटर प्यूरीफायर के आविष्कारक शैलेन्द्र सिंह चौहान ने ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बिना बिजली और बिना पानी की बर्बादी के शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए एक महत्वपूर्ण तकनीक का आविष्कार किया है। इस तकनीक से युक्त आरओ जल शोधन मशीन प्लास्टिक मुक्त होने के साथ-साथ पानी और बिजली दोनों बचाने का काम करती है।इस तकनीक का लॉन्चिंग कार्यक्रम आज दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में किया गया। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री हुकुमदेव नारायण यादव ने कहा की सबको स्वच्छ और शुद्ध पानी मिले इस दिशा में किया जा रहा प्रयास अच्छा कार्य है। हुकुमदेव नारायण यादव ने शैलेंद्र और उनकी टीम को स्वच्छ पानी की दिशा में किए जा रहे कार्य के लिए बधाई दी ।इस मौके पर यूनीवार्ता के वरिष्ठ पत्रकार मनोहर सिंह, विवेक तिवारी एसोसिएट मैनेजर जागरण, श्रीकान्त शर्मा स्पष्ट आवाज, तेजवीर सिंह भाटी वरिष्ठ समाजसेवी, विजय पाल सिंह बघेल,संसद टीवी के वरिष्ठ पत्रकार मनोज वर्मा, पर्यावरण विद् और जल संरक्षण की दिशा में कार्य करने वाले स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे ।अर्थबॉय इको-फ्रेंडली आरओ वॉटर प्यूरीफायर के आविष्कारक शैलेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि जल प्रकृति द्वारा प्रदत्त एक अमूल्य संसाधन है। भावी पीढ़ियों के लिए इसे संरक्षित करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य होना चाहिए। सर जल के बिना जीवन असंभव है। मनुष्य इस बात को भली-भांति जानता है, फिर भी पानी को उसके अनिवार्य रूप में बर्बाद होते देखा जा रहा है। मैं पिछले दस वर्षों से प्रकृति संरक्षण के हित में काम कर रहा हूं। 2020 में कोविड 19 के दौरान एक समाचार चैनल के माध्यम से एनजीटी द्वारा आरओ कंपनियों को दिए गए नए दिशा-निर्देशों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई। जो जल संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम था।एनजीटी से मिली प्रेरणा से मैंने निर्णय लिया कि मैं एक ऐसी जल शोधन मशीन डिजाइन करूंगा जो पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल हो। एक साल की कड़ी मेहनत के बाद मैं एक ऐसी जल शोधन मशीन का आविष्कार करने में सफल हुआ जो प्लास्टिक मुक्त होने के साथ-साथ पानी और बिजली दोनों बचाने का काम करती है। मैंने यह जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय और नीति आयोग से साझा की है। नीति आयोग ने मेरे पत्र का संज्ञान लिया और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग को इस आविष्कार को जमीनी स्तर पर उपयोगी बनाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने का आदेश जारी किया। शुद्ध जल की दूसरी श्रृंखला में मैंने ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बिना बिजली और बिना पानी की बर्बादी के शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की भावना से जुलाई 2024 में एक और तकनीक का आविष्कार किया है।शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया Earthboy दुनिया का पहला पेटेंटेड और सरकारी स्वीकृत ईको-फ्रेंडली RO वॉटर प्यूरीफायर है। इसे पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है। जिससे यह जल संरक्षण और कम ऊर्जा खपत में सक्षम है। Earthboy प्यूरीफायर की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं। पारंपरिक RO प्यूरीफायर की तुलना में Earthboy पानी की बर्बादी को पूरी तरह समाप्त करता है। यह 100% वॉटर रिकवरी तकनीक का उपयोग करता है, जिससे पानी की बचत होती है।इसमें पर्यावरण के प्रति अनुकूल सामग्रियों का उपयोग किया गया है, जिससे प्लास्टिक का उपयोग कम किया गया है और ऊर्जा की खपत भी घटाई गई है। Earthboy को पेटेंट प्राप्त है और इसे सरकार द्वारा प्रमाणित किया गया है। जो इसकी गुणवत्ता और प्रभावशीलता को दर्शाता है। इस प्यूरीफायर में कम पावर की खपत होती है। जिससे यह अधिक ऊर्जा दक्षता प्रदान करता है।
इसका डिज़ाइन और निर्माण इसे लंबे समय तक चलने वाला और टिकाऊ बनाता है। जिससे इसे एक बेहतर विकल्प माना जाता है।Earthboy प्यूरीफायर को विशेष रूप से उन उपभोक्ताओं के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो पानी की बर्बादी को कम करना चाहते हैं और पर्यावरण की सुरक्षा में योगदान देना चाहते हैं। Earthboy का उद्देश्य नवाचार के नए आयाम स्थापित करना एक प्रेरणादायक दृष्टिकोण है। इसके माध्यम से आप पर्यावरण संरक्षण, सतत विकास, और समाज के कल्याण के लिए रचनात्मक और टिकाऊ समाधान पेश कर सकते हैं। निरंतर नवाचार से आप न केवल मौजूदा समस्याओं को हल कर सकते हैं, बल्कि भविष्य की चुनौतियों के लिए भी तैयार हो सकते हैं। “Earthboy” के इस दृष्टिकोण से स्थिरता, तकनीकी विकास और सामाजिक सुधार में एक नई ऊर्जा और दिशा मिलने की संभावना है। तथा कार्यक्रम का कुशल संचालन श्रीकान्त शर्मा ने किया।