भोपाल। भगवान शंकर की पावन नगरी काशी एक भव्य और ऐतिहासिक आयोजन की साक्षी बनने जा रही है। 22 फरवरी को वाराणसी के आईयूसीटीई ऑडिटोरियम, बीएचयू में होने वाले पांचवें अंतरराष्ट्रीय योगिनी अवार्ड सम्मेलन की तैयारियां पूरे जोश और उत्साह के साथ जारी हैं। यह प्रतिष्ठित आयोजन भारतीय योगिनी महासंघ, एडुजीलाइफ संस्था और परमार्थ निकेतन के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है।
कार्यक्रम की समन्वयक एवं भारतीय योगिनी महासंघ की संस्थापक डॉ. आर. एच. लता ने हाल ही में नई दिल्ली में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती सावित्री ठाकुर को पॉप औपचारिक रूप से आमंत्रित किया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया है। इस आयोजन में आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद सरस्वती, पूज्य साध्वी भगवती, राष्ट्रीय आयुष सलाहकार अशोक वार्ष्णेय, डॉ दयाशंकर मिश्रा आयुष मंत्री उप्र सरकार सहित मध्य प्रदेश सरकार के कई मंत्री और गणमान्य अतिथि शिरकत करेंगे।
महिलाओं के सशक्तिकरण को समर्पित आयोजन :
डॉ. लता ने बताया कि यह भव्य आयोजन महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करने, समाज एवं राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका को पहचानने और उन्हें प्रेरित करने के उद्देश्य से आयोजित किया जाता है। कार्यक्रम के केंद्र में इंडिया @ 2047 की परिकल्पना को साकार करने में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना भी शामिल है।
डॉ लता ने बताया कि इस वर्ष का आयोजन विशेष रूप से पुण्यश्लोका माता अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी जयंती को समर्पित किया गया है, जो महिलाओं की शक्ति, नेतृत्व और सामाजिक कल्याण के प्रतीक रूप में सम्मानित की जाती हैं।
देश-विदेश से आएंगी विशिष्ट योगिनी :
अंतरराष्ट्रीय योगिनी अवॉर्ड सम्मेलन में जापान, साउथ कोरिया, वियतनाम, फ्रांस, जर्मनी, अमेरिका, सिंगापुर, नेपाल सहित कई देशों से प्रतिष्ठित योगिनी शिरकत करेंगी। इसके अलावा, भारत के विभिन्न राज्यों से भी विशिष्ट महिलाओं को उनके असाधारण योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा।
23 फरवरी को प्रयागराज में कुंभ स्नान एवं संगोष्ठी :
कार्यक्रम के अगले दिन, 23 फरवरी को प्रयागराज में कुंभ स्नान का आयोजन किया जाएगा, जिसके उपरांत एक विशेष संगोष्ठी का भी आयोजन होगा। इस अनूठी पहल के माध्यम से आध्यात्मिकता, संस्कृति और नारी शक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा।
काशी तैयार, ऐतिहासिक आयोजन की उलटी गिनती शुरू :
वाराणसी इस भव्य आयोजन के लिए पूरी तरह से तैयार है। कार्यक्रम के आयोजन स्थल पर सभी व्यवस्थाएं अंतिम चरण में हैं। मेहमानों के स्वागत से लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तक, हर पहलू को भव्य और गरिमामय बनाने के लिए टीम पूरी तत्परता से कार्य कर रही है।
डॉ लता ने कहा कि यह आयोजन न केवल भारतीय संस्कृति और परंपरा को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करेगा, बल्कि महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक नई ऊर्जा का संचार भी करेगा।