सुनील शर्मा
छात्रा काजल अहिरवार ने फरियादियों की समस्याओं को सुनते हुये जिलाधिकारी पद एवं दायित्वों के निवर्हन की सीख ली
प्रदेश सरकार के विशेष अभियान मिशन शक्ति फेज-5 के तहत महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान, स्वावलम्बन व संवर्धन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में जनपद में विभिन्न प्रकार की मिशन शक्ति जागरूकता गतिविधियों का आयोजन कराया जा रहा है।
मिशन भक्ति के अन्तर्गत आज छात्रा काजल अहिरवार ने प्रतीकात्मक रुप से एक दिन के लिये जिलाधिकारी के रुप में जिले की कमान संभ्भाली।
जिलाधिकारी की कुर्सी पर बैठनेे के पश्चात छात्रा काजल अहिरवार ने फरियादियों की समस्याओं को सुनते हुये जिलाधिकारी के पद एवं दायित्वों के निर्वहन की सीख ली। अफसर बनी छात्रा ने फरियादियों की शिकायतों को सुना एवं शिकायतों के निस्तारण हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित भी किया। प्रतीकात्मक रुप से एक दिन की जिलाधिकारी काजल अहिरवार ने कहा कि वह भविष्य में यूपीएससी की तैयारी करके आईएएस बनना चाहती है।प्रतीकात्मक जिलाधिकारी काजल अहिरवार ने अपने मनोविचार साझा करते हुये कहा कि, “जिलाधिकारी की कुर्सी पर बैठकर मुझे बहुत ही गर्व महसूस हो रहा है। इस दौरान छात्रा काजल अहिरवार ने संदेश के माध्यम से बताया कि मैं भी बड़े होकर जिलाधिकारी बनना चाहती हूं। मैं अपनी बहनों से अपेक्षा करती हूं कि वह भी पढ़ लिखकर अच्छे पदों पर आसीन होकर समाज, देश व महिलाओं और बच्चों की सेवा करें, जिससे हमारा देश आत्मनिर्भर बन सकें। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि मिशन शक्ति के अंतर्गत सांकेतिक तौर पर एक दिन की जिलाधिकारी के रूप में बालिका को जिम्मेदारी सौंपने का सिर्फ यही उद्देश्य है कि बालिकाओं, महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी हो, वे अपने अधिकारों को प्राप्त करने के लिए पूरी मजबूती के साथ आगे आएं ताकि शासन की मंशा के अनुरूप सशक्तिकरण की प्रक्रिया को गति दी जा सके।
प्रदेश और देश के विकास में उनकी बराबर की भागीदारी हो, इसके लिए सशक्तिकरण के दृष्टिकोण से शासन द्वारा मिशन शक्ति के विशेष अभियान चलाया जा रहा है।