भोपाल. बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. पार्टी के संसदीय बोर्ड ने गृह मंत्री अमित शाह के साथ-साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को हरियाणा में विधायक दल का नेता चुनने के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. सीएम यादव को केंद्रीय पर्यवेक्षक चुनने की एक वजह ये भी मानी जा रही है कि उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी के प्रत्याशियों के लिए धुआंधार प्रचार किया था. उन्होंने जहां-जहां रैलियां कीं, वहां-वहां बीजेपी को जीत मिली.
गौरतलब है कि हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने एक तरफा प्रदर्शन किया. बीजेपी ने यहां लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की. यह इतिहास में पहली बार है कि किसी पार्टी ने हरियाणा में हैट्रिक की हो. हरियाणा की 90 सदस्यों वाली विधानसभा में बीजेपी को 48 सीटें मिलीं. इस चुनाव में कांग्रेस को तगड़ झटका लगा. उसने 37 सीटों पर जीत हासिल की. इसी तरह बीजेपी के संसदीय बोर्ड ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ को जम्मू-कश्मीर में विधायक दल का नेता चुनने के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) सबसे बड़ी बन गई. 95 सदस्यों वाली विधानसभा में उसे 42 सीटें मिली हैं.
इन पांच सीटों पर सीएम यादव ने किया था धुआंधार प्रचार
गौरतलब है कि, बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में सीएम डॉ. मोहन यादव स्टार प्रचारक बनाया था. उन्होंने भिवानी, दादरी, तोशाम, झज्जर और बवानी खेड़ा विधानसभाओं में रैलियों को संबोधित किया था. इन सभी सीटों पर बीजेपी चुनाव जीत गई है. भिवानी विधानसभा में घनश्याम सर्राफ, दादरी विधानसभा में सुनील सतपाल, तोशाम विधानसभा में श्रुति चौधरी, बवानी खेड़ा विधानसभा कपूर सिंह और झज्जर विधानसभा में कप्तान बिरधाना ने जीत दर्ज की.
सीएम यादव की लोकप्रियता बढ़ी
बता दें, जातिगत फैक्टर हरियाणा की राजनीति की धुरी माना जाता है. राज्य के पश्चिमी हिस्से की राजनीति में जाट समुदाय राजनीतिक समीकरणों की उलटफेर करता है. लेकिन, पिछले कुछ समय से केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रभाव से जाट राजनीति प्रभावित हुई है. खास बात यह है कि ओबीसी फैक्टर और अहीरवाल बेल्ट में मतदातों का झुकाव तेजी से भाजपा के प्रति बढ़ा है. डॉ. मोहन यादव जैसे राजनेताओं ने अहीरवाल बेल्ट में जातियों के बड़े वोट बैंक को साधा है. सीएम यादव की लोकप्रियता हाल के दिनों में तेजी से बढ़ी है. इस वजह से बीजेपी के उनके चेहरे को यादव समुदाए से प्रभावित क्षेत्रों में भुना रही है.