मध्य प्रदेश के खरगोन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर नाम लिए बिना निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राम मंदिर कुछ लोगों की आंखों को अब भी खटकता है, अटकता है. हरियाणा के लोगों ने हिसाब चुकता कर दिया. खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 65 किलोमीटर दूर महेश्वर में देवी अहिल्या की 300वीं जयंती पर सीएम मोहन यादव शस्त्र पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए. महिला सशक्तिकरण और शस्त्र पूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पुरानी सरकारों द्वारा क्या-क्या उल्टे पुल्टे काम नहीं किए गए. कितने प्रकार से देश को बरगलाने लाने का काम किया.
सीएम ने कहा कि क्या हिंदू, क्या मुसलमान सब ने मिलकर भगवान राम की जय जयकार की. पूरे देश में दंगा तो छोड़ो, कहीं एक पत्थर फेंकने वाला नहीं मिला. जिसने 70 साल तक केस लड़ा, वो मुस्लिम भाई भी आनंद के अवसर पर अयोध्या में मौजूद थे, लेकिन दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ेगा कि अभी भी कई ऐसे लोग हैं जिनको भगवान राम का मंदिर आंखों में खटकता और अटकता है. जब भी वोट का समय आता है, उनको भगवान राम का जन्मउत्सव नहीं दिखता. वे उद्घाटन को नाच गाना बताते हैं. इसलिए हरियाणा वालों ने हिसाब चुकता कर दिया. बता दें कि राहुल गांधी ने हरियाणा के बरवाला में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि “वहां नाच-गान हो रहा था.” कांग्रेस नेता ने कहा था कि यही कारण है कि भाजपा लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के नेता अवधेश सिंह से अयोध्या लोकसभा सीट हार गई.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शस्त्रागार में विशेष तौर पर उस तलवार का पूजन किया जो शौर्य का प्रतीक है. ये तलवार देवी अहिल्या धारण करती थीं. सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि देवी अहिल्या बाई पुण्य-प्रताप और परोपकार की पर्याय थीं. विजयादशमी के अवसर पर उनकी कर्मभूमि पहुंचकर नमन कर खुद को कृतार्थ महसूस कर रहा हूं.
सीएम ने ऐलान किया कि साल के अंत या जनवरी में मकर संक्रांति के बाद महेश्वर में कैबिनेट की बैठक की जाएगी, जिसमें महेश्वर के विकास कार्यों को हरी झंडी प्रदान की जाएगी. सभा के बाद सीएम मोहन यादव महेश्वर में स्थित श्रीमद् भगवद् मां रेवा गौशाला पहुंचे. जहां उन्होंने गौ पूजन करने के साथ ही गायों को ग्रो ग्रास खिलाते हुए एक प्रदर्शनी का भी शुभारंभ किया.