हरिद्वार में चल रही एक रामलीला में कमाल ही हो गया। रामलीला के दौरान एक ऐसा वाकया हुआ जिसे सुनकर लोग हंसकर लोटपोट हो रहे हैं। हुआ यूं कि हरिद्वार की रोशनाबाद जेल में हर साल की तरह इस बार भी रामलीला का आयोजन हो रहा था। रामलीला के मंचन के दौरान वानर बने दो कैदी जेल से फरार हो गए। यह कैदी सीता माता की ‘खोज’ करने के लिए निकले थे। दिलचस्प बात यह है कि सीता माता को तो ‘खोज’ लिया गया लेकिन ये कैदी वापस नहीं लौटे।
हरिद्वार की रोशनाबाद जेल में पिछले तीन सालों से नवरात्रि के दौरान रामलीला का आयोजन किया जा रहा है।
इस खबर को जिस भी शख्स ने सुना और पढ़ा, वह निश्चित रूप से हंस-हंसकर लोटपोट होने के साथ ही जेल प्रशासन पर भी सवाल खड़े कर रहा है कि आखिर कैदी ऐसे कैसे जेल से फरार हो गए? जेल प्रशासन इतना लापरवाह कैसे हो सकता है?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वानर का रोल निभा रहे इन कैदियों के नाम पंकज और राजकुमार हैं। ये दोनों हत्या और अपहरण के मामले में जेल में बंद थे। राजकुमार और पंकज जेल की दीवार फांद कर फरार हुए हैं। पंकज हरिद्वार के रुड़की का जबकि राजकुमार यूपी के गोंडा का रहने वाला है।
जेल प्रशासन ने जब कैदियों की गिनती की तो दो कैदी कम पाए गए। इसके बाद जेल के अंदर उनकी तलाश की गई लेकिन दोनों कैदियों का पता नहीं चला। जेल में लगे सीटीटीवी फुटेज खंगाली गई। पुलिस दोनों कैदियों की तलाश कर रही है।
सीसीटीवी फुटेज देखने से पता चला है कि दोनों ने जेल से भागने के लिए सीढ़ी का इस्तेमाल किया।
हरिद्वार के डीएम कर्मेंद्र सिंह ने इस बात पर नाराजगी जताई कि कैदी जेल परिसर से कैसे फरार हो गए। उन्होंने इसे जेल प्रशासन की लापरवाही बताया। हरिद्वार के एसएसपी परमेंद्र डोभाल ने बताया कि इस संबंध में एफआईआर दर्ज की गई है और हम दोनों कैदियों की तलाश कर रहे हैं। जल्द ही वे पुलिस की गिरफ्त में होंगे। जेलर मनोज आर्य इस घटना के समय छुट्टी पर थे।